16 साल तक भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में नौकरी। ‘प्रेरणा’ की प्रेरणा से 38 साल की उम्र में मुकाम। तोड़ी उम्र की सीमा की बेड़ी। साक्षात्कार में 45 मिनट तक सवालों की बौछार का सामना।
ईमानदारी से सच कहूं तो परीक्षा के बाद साक्षात्कार संतोषजनक था। कतई भी इस बात का इल्म नहीं था कि एचएएस (HAS) की परीक्षा का टॉपर बन जाऊंगा…मुझे लगता है कि इस उम्र में अगर मैं कर सकता हूं तो कोई भी इस परीक्षा को न केवल उत्तीर्ण कर सकता है, बल्कि टाॅप कर पाने में भी सफल हो सकता है। ये बात हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा के टॉपर (Topper of HPAS) प्रवीण शर्मा ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कही है।
दरअसल, एक मिथ्या होती है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे स्मरण शक्ति व कठिन परिश्रम भी मुश्किल होता जाता है। लेकिन रोहडू उपमंडल की रनताड़ी पंचायत के जाका गांव के प्रवीण शर्मा ने इस मिथ्या को भी तोड़ दिया है। वो भूतपूर्व सैनिक कोटे (अनारक्षित) के मापदंडों के तहत परीक्षा में भाग ले रहे थे। इस कोटे में एक ही सीट थी।
प्रवीण इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि दूसरी कोशिश में परीक्षा उत्तीर्ण कर लेंगे, लेकिन टाॅपर बनेंगे, ये सोचा नहीं था। कृषि को वैकल्पिक विषय चुनने वाले प्रवीण शर्मा ने सफलता की असाधारण दास्तां लिखी है। चूंकि वो भूतपूर्व सैनिक कोटे में परीक्षा में हिस्सा ले रहे थे, लिहाजा उम्र की शर्त में भी छूट थी।
प्रवीण शर्मा की इस कामयाबी में पत्नी प्रेरणा की ‘प्रेरणा’ भी रही। हर कदम पर पत्नी ने पति को परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए प्रोत्साहित किया। विशेष बातचीत के दौरान प्रवीण ने पत्नी की प्रेरणा को खुलकर स्वीकार किया।
एचएएस टाॅपर प्रवीण ने बताया कि जैसे ही परिणाम का पता चला तो वो स्तब्ध रह गए थे। उनका कहना था कि माइनिंग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात भाई कमलेश भारद्वाज का सफलता में बड़ा योगदान रहा हैैैैैै। प्रवीण ने बताया कि 2004 में भारतीय वायुसेना में भर्ती हुए थे। 2020 में रिटायरमेंट के बाद तैयारी में जुट गए थे।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने हाल ही में प्रशासनिक संयुक्त परीक्षा 2021 का परिणाम घोषित किया था। परीक्षा के साक्षात्कार 8 से 16 मई तक आयोजित हुए थे।
साधारण दास्तां क्यों…
दुर्लभ बात है कि 38 साल का उम्मीदवार टाॅपर बना है। चूंकि शादी हो चुकी है, लिहाजा पारिवारिक जिम्मेदारी भी हैं। शमशेर सिंह व सुमित्रा देवी के घर जन्में प्रवीण शर्मा ने एक सवाल के जवाब में ये भी बताया कि साक्षात्कार में 45 मिनट तक सवालों की बौछार हुई। हर जवाब देने का प्रयास किया। एक खास बात ये भी है कि प्रवीण शर्मा ने केवल जमा दो तक ही नियमित पढ़ाई की है।
भारतीय वायुसेना में सेवारत रहने के दौरान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से स्नातक की शिक्षा हासिल की। इसके बाद इतिहास विषय में इन्दिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है। 8वीं तक गांव के ही स्कूल में पढ़ने के बाद रोहडू की वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला से जमा दो की शिक्षा हासिल की।