Atiq Ahmed Ashraf Ahmad Killed: प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा कड़ी की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा-144 लागू की गई है।
माफिया अतीक अहमद, उसके परिवार और गैंग ने एक के बाद एक दुस्साहसिक वारदात कर प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में दहशत कायम की। उमेश पाल हत्याकांड को मिलाकर अकेले अतीक अहमद के खिलाफ 43 साल के दौरान 100 से अधिक मामले दर्ज हुए थे। इनमें अतीक के खिलाफ हत्या के 14, गैंगस्टर के 12, गुंडा ऐक्ट के चार, आर्म्स ऐक्ट के आठ मामले थे।
मजबूत पैरवी न होने, गवाहों के टूटने और राजनीतिक संरक्षण होने के कारण करीब आधे मामलों में वह छूट गया। वर्तमान में अतीक खिलाफ कोर्ट में 50 आपराधिक मामले विचाराधीन हैं, इनमें से छह हत्या के हैं।
अतीक ने 1989, 91, 93 में निर्दलीय और 1996 में सपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव जीता। वर्ष 2004 में सपा के टिकट पर वह फूलपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद तक पहुंचा। अतीक के भाई अशरफ पर भी 53 केस थे। वह 2005 में इलाहाबाद पश्चिमी सीट पर हुए उपचुनाव में जीत कर विधानसभा पहुंचा था।
24 फरवरी : उमेश पाल और दो सुरक्षाकर्मियों की धूमनगंज में हत्या। सीसीटीवी फुटेज से अतीक के बेटे असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, साबिर, अरबाज, अरमान और विजय उर्फ उस्मान चौधरी की शिनाख्त हुई
– 27 फरवरी : अरबाज मुठभेड़ में मारा गया, साजिशकर्ता वकील सदाकत गिरफ्तार
– 05 मार्च : अरमान, असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर पर ढाई-ढाई लाख का इनाम, बाद में इसे बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया
– 06 मार्च : शूटर उस्मान चौधरी मुठभेड़ में ढेर
– 12 मार्च : अतीक की पत्नी शाइस्ता की वारदात में भूमिका सामने आई, “25 हजार का इनाम घोषित
– 28 मार्च : अतीक और उसके करीबी वकील को उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा हुई
– 02 : अतीक का बहनोई अखलाक साजिश में गिरफ्तार
– 08 अप्रैल : शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम, अतीक की बहन आएशा नूरी भी आरोपित बनाई गई
– 13 अप्रैल : झांसी में अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम पुलिस मुठभेड़ में ढेर
– 15 अप्रैल : सुबह असद और गुलाम को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। रात में अतीक व अशरफ की हत्या