उदयपुर मर्डर केस पर वार-पलटवार: सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर बोला बड़ा हमला, पढ़ें क्या कहा?

जयपुर. उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल मर्डर केस ( Udaipur Murder Case) को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में चल रहा वार-पलटवार अभी भी बदस्तूर जारी है. इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुये कहा कि आरोपियों को पहले भी बीजेपी नेताओं ने बचाने का प्रयास किया था. सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए गहलोत ने कहा कि जिस मकान में अभियुक्त किराये से रहते थे वो भी मुस्लिम का था. गहलोत ने कहा कि उस मुस्लिम मकान मालिक ने उदयपुर घटना के आरोपियों के खिलाफ पूर्व में शिकायत दी थी कि वो उसे तंग करते हैं और धमकाते हैं. इसके साथ ही किराया भी नहीं दे रहे हैं.

सीएम गहलोत बोले इस मामले में पुलिस कार्रवाई करती उससे पहले ही थाने में बीजेपी नेताओं के फोन चले गए थे कि यह हमारा कार्यकर्ता है इसे परेशान मत करो. हालांकि इस दौरान सीएम गहलोत ने पुलिस के पास बीजेपी नेताओं के फोन को लेकर यह भी कहा कि जरुरी नहीं कि उनकी बात मानी ही गई हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जगजाहिर हो चुका है कि आरोपियों के साथ किन लोगों के संबंध थे. ऐसे में अब बीजेपी नेताओं को जवाब देकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.

जयपुर. उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल मर्डर केस ( Udaipur Murder Case) को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में चल रहा वार-पलटवार अभी भी बदस्तूर जारी है. इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुये कहा कि आरोपियों को पहले भी बीजेपी नेताओं ने बचाने का प्रयास किया था. सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए गहलोत ने कहा कि जिस मकान में अभियुक्त किराये से रहते थे वो भी मुस्लिम का था. गहलोत ने कहा कि उस मुस्लिम मकान मालिक ने उदयपुर घटना के आरोपियों के खिलाफ पूर्व में शिकायत दी थी कि वो उसे तंग करते हैं और धमकाते हैं. इसके साथ ही किराया भी नहीं दे रहे हैं.

सीएम गहलोत बोले इस मामले में पुलिस कार्रवाई करती उससे पहले ही थाने में बीजेपी नेताओं के फोन चले गए थे कि यह हमारा कार्यकर्ता है इसे परेशान मत करो. हालांकि इस दौरान सीएम गहलोत ने पुलिस के पास बीजेपी नेताओं के फोन को लेकर यह भी कहा कि जरुरी नहीं कि उनकी बात मानी ही गई हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जगजाहिर हो चुका है कि आरोपियों के साथ किन लोगों के संबंध थे. ऐसे में अब बीजेपी नेताओं को जवाब देकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.