सावधान! ओमीक्रोन का नया वेरिएंट दे रहा इम्यूनिटी को चकमा, लापरवाही ना बरतें

Delhi Covid Cases Latest News Update: कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है। इस बीच दिल्ली में अभी जो जिनोम जांच की जा रही है, उसमें 70 पर्सेंट में XBB.1.16 वेरिएंट पाया गया है। यह ओमीक्रोन का यह वेरिएंट पहले वाले से नया है, लेकिन ओमीक्रॉन का ही सब वेरिएंट है।

नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़ी है। संक्रमण दर में तेजी आई है। कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है और अब अस्पतालों में एडमिशन भी बढ़ गए हैं। गुरुवार को एलएनजेपी में 3 और कोविड के मरीज एडमिट हुए हैं। अस्पताल का कहना है कि तीनों मरीज पहले कहीं और एडमिट थे। उन्हें पहले से दिक्कत थी। डॉक्टरों का कहना है कि एक तो वायरस नया है और 70 पर्सेंट मरीज ओमीक्रोन के नए सब वेरिएंट XBB.1.16 वेरिएंट से पीड़ित पाए जा रहे हैं। यह नया स्ट्रेन नेचुरल इम्यूनिटी और वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी को चकमा दे रहा है। वहीं, दूसरी ओर कोविड बिहेवियर का पालन करना लोग भूल ही गए हैं। कहीं पर भी इसका पालन नहीं हो रहा है।

मास्क पहने और सावधान रहें

एलएनजेपी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में अब कुल 14 मरीज एडमिट हैं। 2 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। जो तीन नए मरीज एडमिट हुए हैं, उनमें से एक कई प्रकार की बीमारी से पीड़ित है। बाकी दो पहले कहीं और एडमिट थे। उन्हें फीवर और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए यहां रेफर कर दिया गया। दिल्ली में अभी जो जिनोम जांच की जा रही है, उसमें 70 पर्सेंट में XBB.1.16 वेरिएंट पाया गया है। यह वेरिएंट पहले वाले से नया है, लेकिन ओमीक्रॉन का ही सब वेरिएंट है। यह तेजी से फैल रहा है। जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, भीड़ में जा रहे हैं, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। उन्हें यह वायरस अपनी गिरफ्त में ले रहा है। ऐसे में जो लोग बीमार हैं, उनमें से कुछ लोगों को इलाज की जरूरत पड़ रही है। बाकी के लिए यह वायरस उतना गंभीर नहीं हो रहा है।
बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रेसपिरेट्री विभाग के डॉक्टर संदीप नय्यर ने कहा कि उनके यहां कैंसर का एक मरीज एडमिट हुआ है। उन्हें पहले से यह बीमारी है। अब कोविड भी हो गया है। उनका अचानक ऑक्सिजन लेवल ड्रॉप हुआ और उन्हें इलाज के लिए भर्ती करना पड़ा। कैंसर के मरीजों की इम्यूनिटी कम होती है, उनके लिए गंभीर हो जाता है। अभी कोविड बिहेवियर का पालन कहीं नहीं दिख रहा है। कोई मास्क नहीं पहनता है। लोगों को यह समझना होगा कि कोविड बिहेवियर ही वायरस से बचा सकता है। लोगों को खुद इस बारे में सोचना और अमल करना होगा।

इम्यूनिटी को चकमा दे रहा नया स्ट्रेन

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉक्टर सुभाष गिरी ने कहा कि उनके यहां सीधे कोविड की वजह से कोई एडमिट नहीं है। 5 मरीज एडमिट जरूर हैं, लेकिन वो अपनी बीमारी की वजह से एडमिट हुए। बाद में उन्हें कोरोना हो गया। इस समय कोविड की वजह से उन्हें ही भर्ती करने की नौबत आ रही है, जो पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उम्र ज्यादा है। ऐसे लोगों को बचाव का तरीका भी ज्यादा अपनाना चाहिए और वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज भी लेनी चाहिए। क्योंकि यह नया स्ट्रेन नेचुरल इम्यूनिटी और वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी को चकमा दे रहा है। जिनकी इम्यूनिटी बहुत कम है, वो ही बीमार हो रहें हैं। उन्हें निमोनिया हो रहा है, भर्ती करना पड़ रहा है, वेंटिलेटर पर मरीज चले जाते हैं। मौत भी ऐसे ही लोगों की हो रही है।