सोलन में पांच वर्षों बाद फिर से आरम्भ हुई ऑडियोमेट्रिक मशीन
सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में पहले कान से संबंधित टैस्ट नहीं हो पाते थे। इन टैस्टों के लिए रोगियों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता था। जिसकी वजह से सिरमौर शिमला और सोलन के दूर दराज़ के क्षेत्रों से आने वाले रोगियों को भारी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता था। जहाँ एक और उनका समय खराब होता था वहीँ उन्हें अपनी जेबें भी ढीली करनी पड़ती थी। लेकिन अब यह टैस्ट सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में ही हो पाएंगे। प्रदेश में कांग्रेस काबिज़ होते ही सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में व्यवस्था परिवर्तन होने लग गया है। जो मशीनें काफी वर्षों से धुल फांक रही थी उनसे काम लेना आरम्भ कर दिया है।
अधिक जानकारी देते हुए वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस एल वर्मा ने बताया कि अब सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में लंबे समय से बंद पड़ी हुई ऑडियोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल अब शुरू हो गया है। टेक्नीशियन नहीं होने की वजह से पांच साल से यह मशीन नहीं चल रही थी। अब कान से संबंधित टेस्ट के लिए मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा। एक दिन में 8 से 10 मरीजों के टेस्ट किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया की ऑडियोमेट्रिक मशीन का प्रयोग उन मरीजों पर किया जाता है जो ईएनटी विशेषज्ञ के पास कान की समस्या को लेकर आते है। जिन मरीजों को कम सुनाई देता है ऑडियोमेट्रिक मशीन के माध्यम से ही उनकी जांच की जाती है।