स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन द्वारा आज मुरारी लाल मैमोरियल नर्सिंग महाविद्यालय ओच्छघाट में काला मोतिया सम्बन्धी साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के उप प्रधानाचार्य रघुनन्दन सिंह ने की।कार्यक्रम में जन सूचना एवं शिक्षण अधिकारी सुरेश शर्मा ने कहा कि वर्तमान में काला मोतिया अन्धता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आम लोगों का जागरूक होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि देश में लगभग 1.20 करोड़ लोग इस रोग से प्रभावित हैं तथा 12 लाख से अधिक लोग अन्धता से पीड़ित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष से अधिक आयु के लोग इस रोग से अधिकतर पीड़ित होते हैं। काला मोतिया से प्रभावित पारिवारिक इतिहास वाले व्यक्तियों को भी इस रोग का खतरा बना रहता है।
सुरेश शर्मा ने कहा कि काला मोतिया में आंखों में दबाव, लाली, दर्द, साईड दृष्टि कम होना जैसे लक्षण प्रमुख होते हैं। इन लक्षणों सामने आने पर तुरन्त चिकित्सक का परामर्श लेकर इस रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है तथा अन्धता से बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अधिक वसा युक्त भोजन से परहेज, भोजन में फल सब्जियों का अधिकतर उपयोग, मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर इस रोग से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को समय-समय पर अपनी आंखों की जांच भी करवानी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अवसर पर नर्सिंग प्रशिक्षुओं के लिए भाषण तथा चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता में नर्सिंग प्रशिक्षुओं ने भाषण, चित्रकला तथा नारालेखन के माध्यम से काला मोतिया से सम्बन्धित जानकारी साझा की।
भाषण प्रतियोगिता में साक्षिका प्रथम, शिखा द्वितीय तथा प्रियंका तृतीय स्थान पर रही। चित्रकला प्रतियोगिता में खुशबू ने पहला, गायत्री ने दूसरा तथा काव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।इस अवसर पर सह आचार्य नीति, स्वास्थ्य शिक्षिका सुषमा शर्मा, बीसीसी राधा चैहान, महाविद्यालय के शिक्षक, अन्य कर्मचारी तथा नर्सिंग प्रशिक्षु उपस्थित थीं।