किन्नौर में आयुर्वेद साबित हो रहा वरदान, पंचकर्मा से 14 वर्षीय आरव नेगी को मिली नई जिंदगी

रिकांगपिओ, 04 अक्टूबर : जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय रिकांगपिओ में पंचकर्मा का शुरू होना लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। किन्नौर के दूनी गांव के 14 वर्षीय आरव नेगी को पंचकर्मा से जीवन में नई जिंदगी मिली है।आयुर्वेदिक चिकित्सालय में उपचाराधीन आरव नेगी मई माह में अचानक आरव के पैर ने काम करना बंद कर दिया था, जिससे उसे चलने में काफी परेशानी हो रही थी। किसी दूसरे के सहारे ही अंदर बाहर जाना पड़ रहा था व स्कूल भी नहीं जा पा रहा था। इलाज के लिए उसे दो बार आईजीएमसी शिमला भी ले गए, लेकिन कोई फर्क नही पड़ा।

    मां सीता देवी ने कहा कि लड़के की स्थिति को देखकर नहीं लगता कि वह ठीक हो जाएगा। लेकिन ऊपर वाले की दुआ से किसी ने उन्हें जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पंचकर्मा करने की सलाह दी। आरव का 7 दिन पंचकर्मा करने पर ही सुधार शुरू हुआ। 20 दिन पंचकर्मा के बाद लड़का पूरी तरह स्वस्थ होकर बिना  किसी सहारे से चल फिर रहा है। सीता देवी ने आयुर्वेदिक चिकित्सालय के चिकित्सकों व पंचकर्मा कर्मियों का आभार जताया है।

    डॉ शालिनी गुप्ता प्रभारी जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय ने कहा कि आरव को जब दाखिल किया गया था उस दौरान वह चल नहीं पा रहा था और न ही पैरों में सेन्सेशन थी। लड़के को पंचकर्मा व आयुर्वेदिक दवाई दी गई, सात दिन के भीतर ही आरव पैर की उंगलियां हिलाने लगा व 16 दिन बाद आरव ने चलना शुरू कर दिया।

      डॉ शालिनी गुप्ता ने कहा कि रिकांगपिओ में पंचकर्मा के शुरू होने से लोगों को गठिया,लकवा, साईनस, माइग्रेन, सरवाइकल, स्पॉन्डिलाइटिस, साइटिका, जोड़ों के दर्द से आराम मिल रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपने दिन चर्या में आयुर्वेद को अपनाएं।