इटावा. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह मंगलवार को पंचतत्व में विलीन (Mulayam Singh Yadav’s funeral) हो गई. नेताजी को दी गई अंतिम विदाई में शामिल होने के लिए उनके पैतृक गांव सैफई में भारी जनसैलाब उमड़ा. नेताजी को चाहने वाले उनके समर्थक देश के कोने-कोने से सैफई में जुटे. सभी पार्टियों के बड़े नेता उनके अंतिम दर्शन करने के लिए सैफई पहुंचे. इस सबके बीच बाबा रामदेव (Baba Ramdev) भी वहां पहुंचे. इस दौरान वे अखिलेश यादव के सबसे करीब नजर आए. बाबा रामदेव पार्थिव शरीर को लेकर गए रथ में भी अखिलेश के साथ सवार रहे.
सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अंतिम यात्रा में बाबा रामदेव अखिलेश को ढांढस बंधाते दिखे. वहीं वे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में जुटे लोगों को कुछ निर्देश देते भी देखे गए. बाबा रामदेव काफी समय तक अखिलेश के साथ ही रहे. नेताजी की पार्थिव देह को मंगलवार सुबह से ही अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. उसके बाद सैफई के मेला ग्राउंड में पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेताजी का अंतिम संस्कार किया गया. नेताजी को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दी.
राजनाथ सिंह बोले वे भरतीय राजनीति की बहुत बड़ी शख्सियत थे
इससे पहले वहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम बड़े नेता, उद्योगपति और बॉलीवुड स्टार पहुंचे. उन्होंने राजनीति के माहिर खिलाड़ी रहे मुलायम सिंह यादव को श्रद्धाजंलि अर्पित की. मुलायम सिंह को श्रद्धाजंलि देने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, तेलंगाना सीएम के. चंद्रशेखर राव और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से बहुत बड़ी क्षति हुई है. वे भारतीय राजनीति की बहुत बड़ी शख्सियत थे.
बिरला बोले मुलायम सिंह जन नेता थे
वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नेताजी को श्रद्धाजंलि देते हुऐ कहा कि वे जनता के नेता थे. उन्होंने अपने पूरे जीवन में गरीबों और किसानों की वकालत की. आज देश उदास है. मुलायम सिंह यादव को अंतिम विदाई देने उमड़े जनसमूह को संभालना पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती बन गया था. नेताजी का हर समर्थक उनके अंतिम दर्शन करना चाहता था. पुलिस-प्रशासन ने बड़ी मशक्कत कर व्यवस्थाओं को संभाला.