लंगर के प्रधान शीलू वर्मा ने बताया कि कुल पांच ई-रिक्शा सेवा में लगाए हैं। बाबा बर्फानी की यात्रा पर आने वाले बुजुर्गों, बीमार या ऐसे यात्री जो चल नहीं पाते उनके लिए निशुल्क सेवा रखी गई है। उन्होंने बताया कि ये रिक्शा दो बार संचालित किए जाएंगे।
श्री अमरनाथ यात्रा पर आने वाले भक्तों के लिए बालटाल आधार शिविर में एक लंगर वाले ने नई पहल करते हुए ई-रिक्शा की सुविधा दी है। यह सुविधा जरूरतमंद यात्रियों को बालटाल और दोमेल तक पौने तीन किलोमीटर रास्ते में निशुल्क मिलेगी। लंगर के प्रधान शीलू वर्मा ने बताया कि उनको श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड से अनुमति दी है।
दिन में दो बार संचालित किए जाएंगे ई रिक्शा
उन्होंने कुल पांच ई-रिक्शा सेवा में लगाए हैं। बाबा बर्फानी की यात्रा पर आने वाले बुजुर्गों, बीमार या ऐसे यात्री जो चल नहीं पाते उनके लिए निशुल्क सेवा रखी गई है। उन्होंने बताया कि ये रिक्शा दो बार संचालित किए जाएंगे। सुबह चार से आठ बजे तक बालटाल से दोमेल तक और शाम को चार बजे से रात 10 बजे तक दोमेल से थके यात्रियों को बालटाल तक ई-रिक्शा से पहुंचाया जाएगा।
पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे
सोनमर्ग एक ईको-सेंसिटिव जोन है और इसके चलते ये ई-रिक्शा पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। इस बार इसे ट्रायल के तौर पर शुरू किया गया है। यह सफल रहता है तो उम्मीद करते हैं कि आगे और ई-रिक्शा लाने की अनुमति मिलेगी। इससे बाबा बर्फानी के भक्तों की सेवा करने का भी मौका मिलेगा।
इस सेवा से यात्रियों को काफी लाभ मिल रहा
पहली बार शुरू की गई इस सेवा से यात्रियों को काफी लाभ मिल रहा है। यात्री दिलीप कुमार ने बताया कि वह यात्रा से लौटकर आए तो उन्हें काफी थकावट महसूस हो रही थी। दोमेल से तीन किमी की दूरी बहुत ज्यादा लग रही थी, लेकिन उन्होंने ई-रिक्शा का लाभ उठाया और यह सफर आसानी से पूरा कर सके।
क्रिटिकल केयर एंबुलेंस सेवा भी हुई थी शुरू
इससे पहले भी हरियाणा के एक भंडारे वाले ने क्रिटिकल केयर एंबुलेंस सेवा कुछ वर्षों पहले शुरू की थी, जोकि बीमार यात्रियों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए थी। यहां आए हर सेवादार की यही तमन्ना रहती है कि वह किसी न किसी तरह से भोले बाबा के भक्तों की सेवा कर सके, ताकि उनकी यात्रा को सुगम बनाया जाए।