औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-साई मार्ग पर लगी सबसे पुरानी धागा मिल में आग लगने से एक व्यक्ति की दम घुटने से मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गये जिन्हें फायर विभाग की टीम ने बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला। आग से उद्योग को खासा नुकसान हुआ है जिसका आंकलन लगाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार उक्त उद्येाग के बलो रूम में जहां रूई को पिंजने का काम होता है में अचानक आग लग गई व काम कर रहे लगभग 2 दर्जन लोगेां में भगदड़ मच गई। बाकी लोगों ने तो भाग कर जान बचा ली परन्तु तीन लोग धुंए के कारण बेहोश हो गये । तुरंत मौके पर पहूंची फायर विभाग की टीम ने रेस्कयू कर तीनों लोगों क ो बाहर निकाला । आग की चपेट में आने से एक कामगार प्रेम मरंडी (19)पुत्र श्री छोटकु मरंडी जो अभी कुछ दिन पहले ही उद्योग में काम पर था व उसके दो साथी काली चरण मरंडी व बामली मुर्म बुरी तरह से घायल हो गये। कालीचरण व बामली को तुरंत फस्ट ऐड देने से आराम मिल गया परन्तु प्रेम मरंडी की हालत खराब होने के चलते उसे बद्दी केगगन अस्पताल में ले जाया गया । परन्तु वहां भी हालत खराब होने पर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बद्दी में ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौके पर पहूंचे डी.एस.पी. अजय शर्मा ने मौके का मुआयना कर सारी स्थिति का जायजा लिया। जानकारी देते हुए फायर अधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि सुबह साढ़े 9 बजे उन्हें उक्त उद्योग में आग की सूचना मिली थी व तुरंत फायर विभाग की टीम मौके पर पहूंची व नालागढ़ से एक और वर्धमान से एक गाडिय़ां पानी की लगाई गई । लगभग दो घंटे में आग पर काबू पा लिया गया व उद्योग के साथ लगती लगभग 10 करोड़ की संपति को जलने से बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है व आग के चलते उद्योग में कच्चे माल, तैयार माल, मशीनरी व भवन को भी नुकसान हुआ है। पुष्टि करते हुए डी.एस.पी. बद्दी अजय कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहूंची व आग के कारणों की भी जांच की गई। उन्होंने बताया कि आग से एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो व्यक्ती घायल हो गये है। इस पूरे मामले पर बद्दी थाना में उद्योग प्रबंधन के खिलाफ आईपीसी की धारा 336 304 A के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है:- चार दिन में आग का दूसरा मामलापिछले चार दिनों में बद्दी में यह आग का दूसरा मामला है व तीन दिन पहले बद्दी के ही एक फार्मा उद्योग में आग लगने से लाखों का नुकसान हो गया था परन्तु किसी को जानी नुकसान नहीं हुआ। अब बद्दी-साई रोड़ पर धागा मिल में आग लगने से काफी नुकसान हो गया। उद्योग पहले ही करोना महामारी के चलते आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं व ऊपर से इस प्रकार की आगजनी की घटनाओं ने उनकी परेशानी को और भी बढ़ा दिया है। 29 मई को उद्योग में काम करने के लिए आया था कामगारबद्दी की धागा मिल में मौत का ग्रास बना 19 वर्षीय प्रेम मरंडी अपने घर से काम के लिए 29 मई को ही आया था। एक तरफ जहां करोना महामारी के चलते बी.बी.एन. के कामगार अपने घरों को कूच करह थे वहीं उक्त कामगार ने आर्थिक तंगी के चलते बद्दी के उक्त उद्योग में नौकरी ज्वाईन की थी। इसके साथ काम करने बाले लोगों का कहना है कि प्रेम जब से काम पर आया था बड़ी मेहनत से काम कर रहा था व उस पर अपने परिवार को गरीबी से निकालने का जूनून था । लेकिन उसे क्या पता है कि वो करोना महामारी के बीच में अपनी जान की परवाह न करते हुए झारखंड से बद्दी तो आ गया व उद्योग में लगने वाली आग उसकी जान ही ले लेगी ।
2020-06-08