Bageshwar Sarkar Katha: बागेश्वर सरकार के मंच पर ज्योतिरादित्य सिंधिया, आशीर्वाद मिला तो बोले ये पूरे एमपी के गुरु

Jyotiraditya Scindia In Bageshwar Sarkar Katha: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से आशीर्वाद लेने पहुंचे। धीरेंद्र शास्त्री ने उन्हें सफल, स्वस्थ और सुखद जीवन का आशीर्वाद दिया है।

dhirendra krishana shastri and jyotiraditya scindia
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया
गुना: बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishana Shastri News) इन दिनों गुना में राम कथा कह रहे हैं। कथा श्रवण के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज गुना पहुंचे। बागेश्वर सरकार के मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोगों को संबोधित किया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी पास बुलाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को आशीर्वाद दिया है। साथ ही उनके लिए मंत्र पढ़ा है। इस मौके पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज भारत सिर्फ एक आर्थिक शक्ति ही नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक शक्ति के रूप में भी विश्व पटल पर विराजमान हो रहा है ।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पीला वस्त्र पहनाकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत किया। इसके बाद दोनों के बीच में आत्मिक बातचीत हुई है। केंद्रीय मंत्री ने लाखों की तादाद में राम कथा सुनने आई गुना की जनता को नमन किया। वहीं, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इस क्षेत्र के महाराज और हम सब के बड़े स्नेही श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधियाभगवान बागेश्वर बालाजी का आशीर्वाद लेने आए हैं। मैं तो यही व्यासपीठ से प्राथना करता हूं कि दीर्घायु हो, स्वस्थ रहें और बालाजी की बड़ी कृपा सिंधिया पर बनी रहे।

वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को पूरे मध्यप्रदेश के गुरु के रूप में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज गुना के लिए एक एतिहासिक दिवस है, जब पूरा क्षेत्र ही राममय हो गया है। मैं कामना करता हूं कि प्रभु श्री राम का आशीर्वाद हम सब पर सदैव बना रहे।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत में हो रहे आध्यात्मिक विकास के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री की भी सोच है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने जनकल्याण के पथ पर अग्रसर होने के लिए जो ऊर्जा दी थी। उसी ऊर्जा का अनुसरण कर गरीब, किसान कल्याण है और महिला कल्याण का कार्य भारत में हो।

उन्होंने कहा कि आज पश्चिम भारत में सोमनाथ मंदिर उजागर हो रहा है। मध्य भारत में उज्जैन के महाकाल का पुनर्विकास, काशी में विश्वनाथ मंदिर का कॉरिडोर का बनना इसके कुछ उदहारण है। आज चारों धामों को 900 किलोमीटर के हाईवे से एक कॉरिडोर के रूप में जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।