इंसान मजबूरी में कुछ भी कर बैठता है. जब मुसीबत हो तो वो समस्या को हल करने के लिए कई बार अपराधी तक बन जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ केरल के एक 61 वर्षीय शख़्स के साथ. Deccan Herald की एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल के मूल निवासी नजीर अहमद इमरान उर्फ़ पिलाकल नज़ीर (Nazeer Ahmed Imran alias Pilakal Nazeer) ने 9 साल बहरीन (Bahrain) पुलिस में नौकरी की. भारत लौटकर उसने मजबूरी में गाड़ियों की चोरी शुरू की. बेटे के कैंसर के इलाज के लिए बनना पड़ा चोर . रिपोर्ट की मानें तो बहरीन में पुलिस वाले की नौकरी कर रहा नजरी भारत लौटा. उसके बेटे को कैंसर था और उसके पास इलाज के लिए पर्याप्त धन नहीं था. मजबूरी में उसने गाड़ियों की चोरी शुरु की.नज़ीर को पहली बार पुलिस ने 2008 में गिरफ्तार किया था लेकिन उसे बेल मिल गई. फरवरी, 2022 में उसे दूसरी बार अरेस्ट किया गया. बयातारायणपुरा (Byatarayanapura) पुलिस ने नज़ीर को पिछले महीने मैसूर के एक कार सर्विस सेंटर से एसयूवी चुराने के जुर्म में गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है कि नज़ीर ने गोपालन आर्केड मॉल के पास स्थित की मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड सर्विस सेंटर से टाटा हैरियर चुराई. ये एसयूवी इंदरमल लंकर नामक व्यापारी की थी जिसने 27 जनवरी को अपनी गाड़ी सर्विसिंग के लिए दी थी. 29 जनवरी को दोपहर के तकरीबन 2 बजे गाड़ी की चोरी हुई. सर्विस सेंटर के मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी.पुलिस ने नज़ीर के पास से एक एसयूवी और दो मोटरसाइकिल बरामद किए. नज़ीर ने गाड़ियों के नकली दस्तावेज़ बनाए थे और उन्हें बेच दिया था. पुलिस का मानना है कि नज़ीर ने बेंगलुरु के कई इलाकों से गाड़ियां चुराई हैं. पूछताछ के दौरान नज़ीर ने बताया कि उसके बेटे के इलाज के लिए चोरियां की. मामले की जांच चल रही है.
2022-02-27