डीएम प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि सहजनवा- बखिरा मार्ग के चौड़ीकरण की भी योजना है, ताकि गोरखपुर से पर्यटकों को आने में सुविधा हो। इसके लिए पीडब्ल्यूडी कार्य योजना तैयार कर कर रहा है। बखिरा के पूरे एरिया को मॉडल टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा। स्पेशल डवलपमेंट एरिया के लिए विशेष कार्य योजना तैयार हो रही है। झील को विकसित करके इसे अंतरराष्ट्रीय फलक पर लाए जाने की कोशिश हो रही है।
उन्होंने बताया कि झील संतकबीरनगर और गोरखपुर दोनों जनपदों में फैली है। पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां बहुत सारे काम कराए जाने की योजना है। इसकी मार्केटिंग और ब्रांडिग दोनों उच्च कोटि की होगी। जिससे झील के विकास के साथ यहां लोगों को सुगमता से रोजगार मिल सकें। डीएम ने बताया कि इस संबंध में आर्किटेक्चर मनीष कुमार मिश्रा और प्रदेश सरकार के टाउन प्लानर विभाग के हृदेश कुमार के साथ कई बैठकें हो चुकी है।
प्रवासी पक्षियों के लिए ठंड का महीना मुफीद होता है। खासकर बखिरा झील प्रवासी पक्षियों का पनाहगार बनती है। जैसे- जैसे ठंड बढ़ेगी, प्रवासी पक्षियों के कलरव से बखिरा झील गुलजार होगी। दूर-दराज से लोग यहां आते हैं। अक्तूबर की शुरुआत होते ही यूरोप, साइबेरिया, तिब्बत, चीन से पक्षियों का आना शुरू हो जाता है। बखिरा पक्षी विहार में दिवाली से होली तक प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों की कलरवयुक्त ध्वनि पर्यटकों को खूब लुभाती है। सर्दी का मौसम बिताने के बाद प्रवासी पक्षी अपने मूल प्रदेश को लौट जाते हैं।