पेटीएम से बख्शीश: हाईकोर्ट में खुलेआम QR कोड लगाकर घूम रहा अर्दली, फोटो वायरल होते ही सस्पेंड किया गया

उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अर्दली को सस्पेंड कर दिया क्योंकि वकीलों से मिलने वाली बख्शीश लेने के लिए उन्होंने अपने कमर पर पेटीएम का क्यूआर बार कोड लगा रखा था। इसका एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।

​कमर पर बार कोड

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक जमादार को इसलिए सस्पेंड कर दिया क्योंकि वह बख्शीश के लिए अपने कमर पर पेटीएम का क्यूआर कोड लगाकर घूम रहा था। अनोखे ढंग से बख्शीश मांगने के जमादार के इस तरीके का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसके खिलाफ यह कार्रवाई की है। कोर्ट ने आरोपी जमादार को कोर्ट के नजारत विभाग से संबद्ध कर दिया है। इसके साथ ही उसे प्रयागराज न छोड़ने का आदेश दिया गया है।
दरअसल, बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब वायरल हुई थी, जिसमें एक अर्दली कोर्ट के अंदर अपनी कमर पर पेटीएम का क्यूआर कोड लगाए दिख रहा था। आरोप है कि यह उसने वकीलों से मिलने वाली बख्शीश के लिए लगाया था। फुटकर न मिलने की दशा में वह पेटीएम से बख्शीश लेता था। फोटो में कुछ वकील यह बार कोड स्कैन करते भी दिख रहे थे। तस्वीर वायरल होने के बाद चीफ जस्टिस राजेश बिंदल ने मामले को गंभीरता से ले लिया। उन्होंने आरोपी अर्दली पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिए।
इसके बाद हाई कोर्ट के महानिबंधक आशीष गर्ग ने फोटो में दिख रहे जस्टिस अजीत सिंह के अर्दली राजेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है। निलंबन के आदेश में कहा गया है कि बंडल लिफ्टर राजेंद्र कुमार-1 को कोर्ट परिसर में पेटीएम वॉलेट का उपयोग करने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन की अवधि के दौरान राजेंद्र कुमार इलहाबाद हाई कोर्ट के नजारत विभाग से अटैच कर दिए गए हैं। राजेंद्र कुमार को प्रयागराज न छोड़ने का भी आदेश दिया गया है।