बॉलीवुड में ‘मुल्क’ जैसी फिल्म के निर्माता दीपक मुकुट की फिल्म ‘बाल नरेन’ 14 अक्टूबर को रिलीज होने के लिए तैयार है। डायरेक्टर पवन नागपाल ने साफ किया है कि फिल्म का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई ताल्लुक नहीं है।
भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित फिल्म ‘बाल नरेन’ 14 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। निर्देशक पवन नागपाल द्वारा निर्देशित और सोहम रॉकस्टार एंटरटेनमेंट के दीपक मुकुट द्वारा निर्मित, फिल्म में यज्ञ भसीन, बिदिता बाग, रजनीश दुग्गल, गोविंद नामदेव और विंदू दारा सिंह शामिल हैं। हाल में इस फिल्म का पोस्टर रिलीज किया गया है।
प्रड्यूसर ने बताई क्यों है फिल्म की जरूरत
निर्माता दीपक मुकुट, जिन्होंने ‘धाकड़’, ‘मुल्क’ और कई अन्य प्रशंसित फिल्मों को प्रड्यूस किया है, इस बारे में साझा करते हैं कि उन्हें बाल नरेन का समर्थन करने के लिए क्या प्रेरित किया। वह बताते हैं, ‘बाल नरेन सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि एक विचार प्रक्रिया है जो समाज को झकझोर कर रख देती है। सोहम रॉकस्टार में हम ऐसी फिल्में बनाने में विश्वास करते हैं जिसमें मजबूत सामाजिक संदेश हो और जो आज हमारे देश में बहुत जरूरी बदलाव लाने की क्षमता रखती हो। हमारे पास हमारे पीएम द्वारा दिया गया एक शानदार स्वच्छ भारत मंत्र है, और हमें इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। हमें इस फिल्म के लिए अपने उद्योग से भी सभी समर्थन की जरूरत है।’
सरकार से नहीं मिली है कोई मदद
क्या फिल्म को सरकार से कोई समर्थन मिला है? इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर सरकार पैड और शौचालय जैसे विषय का समर्थन करती है जो अभी भी समाज के एक विशेष वर्ग को संबोधित कर रहे हैं, हमारी फिल्म हर वर्ग के लिए है चाहे वह जवान हो, बूढ़ा हो, अमीर हो या गरीब। हर जगह सफाई की जरूरत है और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इससे पहले हमने ‘मुल्क’, ‘शादी में जरूर आना’, ‘फॉरेंसिक’ जैसी फिल्में बनाई हैं जो सामाजिक रूप से संचालित और समीक्षकों द्वारा प्रशंसित हैं।’
डायरेक्टर ने भी की बात
निर्देशक पवन नागपाल ने साझा किया कि दर्शकों को इस फिल्म से क्या उम्मीद करनी चाहिए। वे कहते हैं, ‘फिल्म एक बहुत ही अच्छे सामाजिक संदेश के इर्द-गिर्द घूमती है और इसकी एक सुंदर कहानी है। यह कुछ मधुर गीत, खूबसूरत लोकेशन और एक अच्छे संदेश के साथ पूरी तरह से मनोरंजक फिल्म है।’
कहां से ली फिल्म की प्रेरणा?
उन्होंने फिल्म की प्रेरणा कहां से ली? इस बारे में साझा करते हुए वे कहते हैं, ‘मैंने एक 13 साल के लड़के के बारे में एक अफवाह सुनी, जिसने अपने प्रयासों और दृढ़ संकल्प के कारण अपने गांव को कोरोनावायरस का एक भी मामला नहीं होने दिया। इसलिए मैंने एक काल्पनिक कहानी बनाई और इसे मर्ज कर दिया स्वच्छ भारत अभियान के साथ। इसलिए यह एक वास्तविक जीवन के हीरो से प्रेरित है।’