बालासाहेब ठाकरे के पोते निहार बोले- मैं एकनाथ शिंदे के साथ, उनके लिए करूंगा चुनाव प्रचार

बालासाहेब ठाकरे के पोते निहार ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ. (File Photo)

बालासाहेब ठाकरे के पोते निहार ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ.

मुंबई: शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के पोते निहार ठाकरे ने कहा है कि वह पार्टी के एकनाथ शिंदे धड़े का समर्थन करते हैं और आगामी अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के साथ-साथ मुंबई नगर निकाय चुनावों में शिंदे गुट के लिए प्रचार करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने चुनावी राजनीति में शामिल होने से भी इंकार नहीं किया. आपको बता दें कि अंधरी ईस्ट असेंबली सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. भाजपा ने शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े द्वारा समर्थित उम्मीदवार मुर्जी पटेल को मैदान में उतारा है. शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी की रुतुजा लटके उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगी.

इस साल जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली महाराष्ट्र सरकार को शिंदे गुट के विद्रोह के बाद सत्ता से बेदखल होना पड़ा था. उसके बाद शिंदे और उद्धव गुट के लिए यह पहला बड़ा चुनावी मुकाबला है. बाल ठाकरे के बड़े बेटे बिंदुमाधव ठाकरे के पुत्र निहार पेशे से वकील हैं. वह सुप्रीम कोर्ट में चल रही ‘असली शिवसेना किसकी’ की लड़ाई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कानूनी टीम का भी हिस्सा हैं. उनके पिता बिंदुमाधव और मां मीना का 1996 में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था. निहार ठाकरे कहते हैं कि एकनाथ शिंदे मेरे दिवंगत दादा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और इसलिए मैंने मुख्यमंत्री का समर्थन करता हूं.

इस दशहरा रैली में शिंदे ने उद्धव को दिया था जोरदार झटका
इस बार विजयादशमी का दिन ‘शिवसेना’ के लिए बहुत बड़ा था. असली और नकली शिवसेना की लड़ाई के बीच उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के शक्ति प्रदर्शन का दिन था. उद्धव गुट ने शक्ति प्रदर्शन के लिए मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क को चुना, वहीं एकनाथ शिंदे बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में गरजे. इस दौरान एकनाथ शिंदे के साथ मंच पर जो लोग नजर आए, वह नजारा उद्धव ठाकरे के लिए एक और बड़ा झटका था. खुद उनके परिवार के लोग शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के समर्थन में दिखे. निहार के अलावा बाल ठाकरे के बेटे और उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे, उनकी अलग हो चुकी पत्नी स्मिता ठाकरे एकनाथ शिंदे के साथ मंच पर नजर आए. इसके अलावा ठाणे के दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे की बहन अरुणा गडकरी भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली में मौजूद रहीं.

स्मिता ठाकरे और निहार कार्यक्रम स्थल पर सबसे पहले पहुंचे थे. कुछ देर बाद उद्धव के बड़े भाई जयदेव ठाकरे भी पहुंचे. उन्हें सीधे मंच पर ले जाकर शिंदे के बगल में बिठाया गया. निहार ठाकरे ना सिर्फ बालासाहेब ठाकरे के पोते हैं, बल्कि बीजेपी नेता और 1995 से 2009 तक मंत्री रहे हर्षवर्धन पाटील के दामाद भी हैं. जयदेव ठाकरे ने दशहरा रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह मेरे प्यारे एकनाथ शिंदे हैं. पिछले कुछ दिनों से, मुझे फोन आ रहे हैं कि क्या मैं शिंदे समूह में शामिल हो रहा हूं? मैं कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जिसे किसी चीज से बांधा जा सके. मुझे एकनाथ के उठाए गए 4-5 मुद्दे पसंद हैं, और इसलिए मैं यहां आया हूं. वह किसान की तरह बहुत मेहनती हैं.’ सीएम शिंदे ने अपने भाषण में कहा, मुझे याद है कैसे दिघे साहब हमेशा कहते थे कि एक दिन, महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री ठाणे से होगा.