शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास तीन ट्रेनों के आपस में टकराने के कारण बहुत बड़ा ट्रेन हादसा हो गया. यह हादसा शाम करीब सात बजे हुआ. हादसे के बाद बचाव टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
हादसे में अभीतक 288 लोग मारे गए
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस भीषण रेल हादसे में अभी तक 280 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर सामने आ रही है. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि करीब 1000 की संख्या में लोग घायल हैं. तलाशी और बचाव अभियान के लिए टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. ट्रेनों की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी और उसके कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए
तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पहले हावड़ा-बंगलुरु ट्रेन के कई कोच पटरी से उतरे और दूसरे ट्रैक पर शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए. इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन के कोच भी पटरी से उतर गए और बगल से गुजर रही मालगाड़ी से टकरा गए. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के डिब्बों के ऊपर चढ़ गया है.
रेल मंत्रालय ने किया मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान किया है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपए और मामूली चोटों वाले लोगों के लिए 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया.
चश्मदीदों ने बताया आंखों देखा मंजर
The death toll in the three-train crash accident in Odisha’s Balasore has risen to 70, PTI reported in the latest update on the tragedy. #Odisha #TRAIN pic.twitter.com/744qwg509T
— Pragya Mishra (@PragyaLive) June 2, 2023
हादसे में बाल-बाल बचे कुछ यात्रियों ने एक न्यूज एजेंसी को हादसे का आंखों देखा हाल बताया. एक यात्री ने बताया कि आरक्षित श्रेणी के बावजूद कोच में लोग भरे हुए थे. ट्रेन पलटी, उस वक्त वो सो रहा था. अचानक झटका लगा, आंख खुली तो उसके ऊपर कम से कम 15 लोग आ गिरे. वो किसी तरह जान बचाकर बाहर निकला. बाहर आकर उसने देखा किसी के हाथ नहीं, किसी के पैर नहीं और किसी-किसी का चेहरा तो बुरी तरह बिगड़ चुका था.
हादसे की गंभीरता को देखते हुए युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चल रहे हैं और सेना को भी बचाव कार्यों में लगा दिया गया है. भारतीय सेना के कर्नल एसके दत्ता ने बताया कि सेना बीती रात से ही राहत और बचाव कार्यों में जुटी है और कोलकाता से और सैन्यकर्मियों को बुलाया गया है. वहीं हादसे को लेकर पीएम मोदी ने बैठक बुलाई है.
लोग पूछ रहे हैं सवाल
वहीं इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर लगातार ये पूछा जा रहा है कि इस भयावह हादसे का जिम्मेदार कौन है. आज तक शायद ही किसी ने एक साथ तीन ट्रेनों के टकराने की खबर सुनी हो. इस हादसे को इक्कीसवीं सदी का सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है.