संगड़ाह,30 सितंबर : गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने की मांग को मंजूरी मिलने पर गुरुवार को हाटी समिति ने उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह मे धन्यवाद रैली अथवा खुमली का आयोजन किया। प्रदेश के खाद्य एंव आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष भाजपा नेता बलदेव तोमर की अध्यक्षता में हुई। इस खुमली में हाटी समिति अध्यक्ष डॉ अमीचंद कमल, महासचिव कुंदन शास्त्री, सिरमौर जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कनयाल,बीडीसी अध्यक्ष संगड़ाह मेला राम शर्मा व भाजपा नेता रूप सिंह तथा नारायण सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
भाजपा नेता बलदेव तोमर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गिरिपार वासियों द्वारा वर्ष 1967 से की जा रही इस मांग को कांग्रेस की सरकारों द्वारा लगातार लटकाया व भटकाया गया। उन्होंने कहा कि अब डबल इंजन वाली भाजपा सरकार द्वारा 154 पंचायतों की 55 साल पुरानी इस मांग को पूरा किया गया है। जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी होगी। लेकिन अब भी इस मामले में अनुसूचित जाति के लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र को जनजातीय दर्जा मिलने से करीब 1.60 लाख की खश व भाट जैसी जातियों को बेहद फायदा होगा और अनुसूचित जनजाति आरक्षण के बूते पर इलाके से प्रशासनिक अधिकारी निकलेंगे।
उन्होंने कहा कि,अन्य पिछड़ा वर्ग सुमदाय को ST कैटेगरी में जाने से नुकसान नहीं बल्कि फायदा है और यदि इसके बावजूद उक्त वर्ग के लोगों को कोई संशय है, तो वह मुख्यमंत्री से दूर करवाएंगे। तोमर ने जनजाति दर्जे को मोदी मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद गिरिपार के दोनों कांग्रेस विधायक की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि दशकों से जनजाति दर्जे कि मांग रहे यह नेता अब धन्यवाद तक नहीं कर रहे हैं। जातीय ध्रुवीकरण की कोशिश से लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है।
हाटी समिति अध्यक्ष व महासचिव ने कहा कि गिरीपार की जनता 55 साल पुरानी इस मांग को सिरे चढ़ाने के लिए इस विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार का आभार जरूर जताएगी। उन्होंने कहा कि हाटी सिमीति एहसान फरामोश नहीं है। इस दौरान CM के करीबी बलदेव तोमर को सिरमौरी शस्त्र डांगरा व लाल टोपी से सम्मानित किया।