ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक जिला अदालत ने सोमवार को भारतीय मूल के बालेश धनखड़ को फर्जी नौकरी के विज्ञापनों का इस्तेमाल कर पांच कोरियाई महिलाओं को अपने अपार्टमेंट में ले जाकर उनके साथ बलात्कार करने का दोषी पाया है. बाताया जा रहा है कि 43 वर्षीय बालेश धनखड़, ऑस्ट्रेलिया में ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष हैं. जो भारतीय जनता पार्टी का एक आधिकारिक समर्थन समूह है.
Serial Rapist Balesh Dhankhar को सुनाई गई सजा
सिडनी के डाउनिंग सेंटर में एक जिला अदालत के जूरी ने धनखड़ को यौन उत्पीड़न, सहमति के बिना अंतरंग रिकॉर्डिंग बनाने, नशीले पदार्थों का उपयोग करने और अभद्रता के साथ हमला करने का दोषी पाया है. बता दें कि पुलिस ने अक्टूबर 2018 में बालेश के अपार्टमेंट पर छापा मारने और कोरियाई महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने के दर्जनों वीडियो मिलने के बाद मामला दर्ज किया था.
Balesh Dhankhar, “Chief of the Overseas Friends of the BJP” in Sydney and a prominent member in Australia, was found guilty of raping five Korean women in Sydney after drugging them. The media described him as “one of the worst rapists” in Sydeny’s recent history. pic.twitter.com/CXzhRuoacA
— Kanwal Chadha (@KanwalChadha) April 25, 2023
बालेश धनखड़ पर आरोप थे कि उसने 2017 में कोरियाई महिलाओं को अनुवादकों के लिए एक नकली नौकरी का विज्ञापन पोस्ट किया था. मीडिया खबरों के अनुसार, वह हिल्टन होटल बार में नौकरी की इच्छुक महिलाओं से मिलता था, जो उसके अपार्टमेंट के करीब था. वहां आरोपी बालेश धनखड़ उनसे अपने अपार्टमेंट में जाने का बहाना बनाता था.
नशीला पदार्थ देकर करता था महिलाओं का रेप
वह महिलाओं को ओपेरा हाउस के दृश्य का वादा करता या दावा करता था कि उसे अपनी कार की चाभियों की जरूरत है. जिसके बाद वह उनके शराब या आइस्क्रीम में नशीली दवाइयां मिला देता और बेहोशी की हालत में उनके साथ रेप करता था. यही नहीं वह अपनी एक बेडसाइड अलार्म घड़ी व फोन के कैमरे से रेप करते हुए महिलाओं का वीडियो भी बनाता था.
कौन है बालेश धनखड़ (Balesh Dhankhar)?
भारत के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC) से पढ़ाई करने वाला बालेश धनखड़ ऑस्ट्रेलिया में ‘ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी’ संगठन का पूर्व प्रमुख रह चुका है. नवंबर 2014 में जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे तो उनके स्वागत से लेकर सभी कार्यक्रमों में बालेश धनखड़ को देखा गया था. इसके अलावा वह दिल्ली में नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुआ था.
पीएम मोदी के साथ बालेश की कई तस्वीरें अख़बारों में छपी भी थी. भारत के प्रधानमंत्री के करीबी होने की वजह से राजनीतिक गलियारों में भी काफी दबदबा था. बड़े-बड़े लोगों के साथ उठना बैठना था. बालेश धनखड़ कई स्थानीय हिंदू संगठनों में भी सक्रिय भूमिका में था, जिनमें हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया भी शामिल है, जो ऑस्ट्रेलिया का एक ताकतवर संगठन माना जाता है.
मगर, अचानक से साल 2018 में बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद बालेश गायब हो गया. दरअसल, मुकदमा शुरू होते ही उसने अदालत से सप्रेशन ऑर्डर ले लिया, जिसकी वजह से उसके आरोपों के बारे में मीडिया में प्रकाशित करने पर प्रतिबंध लग गया था. मीडिया में भी खबरें नहीं आने से लोगों को यह मामला नहीं पता चला पाया.
Balesh Dhankhar से जुड़ा पूरा मामला क्या?
पिछले महीने जब बालेश धनखड़ के मुक़दमे की सुनवाई शुरू हुई तब अदालत ने सप्रेशन ऑर्डर हटा लिया. जिसके बाद यह खबर सामने आई कि धनखड़ पर पांच कोरियाई महिलाओं का रेप करने के मामले में यौन उत्पीड़न के 39 आरोप लगाए गए हैं. धनखड़ ने अपने आरोपों को कबूल न करते हुए सिडनी की एक मोटी फीस लेने वाली जानी मानी वकील को हायर किया, जो उसका मुकदमा लड़ रही है.
हालांकि, मुक़दमे की सुनवाई के दौरान धनखड़ के अपराधों के कई सबूत अदालत में पेश किए गए. कई वीडियो फुटेज में वह महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाते हुए देखा गया. वह नौकरी का झांसा देकर सिडनी के एक महंगे होटल में महिलाओं को इंटरव्यू के लिए बुलाता था. फिर किसी बहाने उन्हें अपने फ्लैट पर ले जाता था.
एक पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि कमरे में ले जाकर धनखड़ उसे वाइन पीने को दिया, जिसके बाद उसे कुछ याद नहीं है. वीडियो में भी महिलाएं बेहोश नजर आईं या फिर उससे दूर होने के लिए संघर्ष करती दिखीं. बहरहाल, ऑस्ट्रेलियाई अख़बारों के मुताबिक, धनखड़ ने मुकदमा लड़ने के लिए अपने परिवार की संपत्ति तक बेच दी है. वहीं अदालत में धनखड़ की पत्नी ने उसके समर्थन में बयान दिया. उस दौरान कई बार वह रो पड़ी. खैर अदालत ने धनखड़ को सभी 39 आरोपों में दोषी पाया है. उसे अगले कुछ महीनों में सजा दी जाएगी.