कुल्लू में कैंपिंग साइट और एडवेंचर गतिविधियां पर लगी रोक, आदेश जारी

कुल्लू. हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात को हुई भारी बारिश ने खूब तबाही मचाही है. कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में चोज गांव में बादल फटा है और यहां होम स्टे, केफे और घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. एक पुल के अलावा, यहां कुल 7 लोग बह गए थे, जिनसे दो लोगों की डेडबॉडी मिली है. इनमें ब्यास में गिरी कार के साथ बहे व्यक्ति का शव शामिल है.

नदी, नालों और भूस्खलन वाले स्थानों में कैंप साइट जैसी गतिविधियां बंद करने और हटाने के आदेश जारी किए हैं.

अब कुल्लू प्रशासन ने जिले में मॉनसून और भारी बारिश के खतरे को देखते हुए नदी, नालों और भूस्खलन वाले स्थानों में कैंप साइट जैसी गतिविधियां बंद करने और हटाने के आदेश जारी किए हैं. आगामी आदेशों तक ये आदेश प्रभावी रहेंगे. इसके अलावा जल क्रीड़ाओं से संबंधित गतिविधियां राफ्टिंग, कयाकिंग और नदी के ऊपर जिप लाइन आदि पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.

कार्यकारी जिला दंडाधिकारी प्रशांत सरकैक की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं. संबंधित अधिकारियों को इन आदेशों की अनुपालना को सुनिश्चित करना होगा. यदि इन आदेशों की अवहेलना कोई करता है तो नियमों के अनुसार एक साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों सजाएं हो सकती हैं. ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे. आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 की धारा 30 और 34 के तहत इन आदेशों को कार्यकारी जिला दंडाधिकारी की ओर से जारी किया गया है.

कुल्लू में मची तबाही

मंगलवार रात को कुल्लू में मणिकर्ण घाटी में चोंज गांव की पहाड़ियों में बादल फटा था. यहां कैंपिंग साइट बही है. साथ ही मलाणा डैम की साइट को भी नुकसान हुआ है. कसोल में सड़क पर मलबा आया है. कुल्लू में भारी बारिश होने से चोज नाले में बाढ़ आई है. ब्यास नदी में कार गिरी है और दो में से एक शख्स का शव मिला है. मलाणा में डैम साइट पर महिला बह गई है और उसका शव बरामद किया गया है. चार युवक लापता हैं. इसलिए अब प्रशासन ने उपरोक्त आदेश जारी किए हैं.