हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के छह ट्रैकिंग रूटों के बंद करने के बाद मंगलवार को लाहौल-स्पीति जिला में ट्रैकिंग और पर्वतारोहियों के अभियान पर रोक लगा दी है। मौसम ने ली करवट के बाद उपायुक्त लाहौल-स्पीति सुमित खिमटा ने यह आदेश जारी किए हैं। उपायुक्त ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 34 के तहत यह आदेश दिए हैं। कहा कि सितंबर 2021 को लाहौल घाटी में 16 ट्रेकर्स फंस गए थे और पिन वैली के एक ग्लेशियर में भारी बर्फबारी के कारण दो लोग हताहत भी हो गए थे। ऐसे में लाहौल में तेजी से मौसम बदलता है और खासकर टैकरों व पर्वतरोहियों की जान के लिए खतरा हो सकता है। इसी को ध्शन में रखते हुए घाटी में ट्रेकिंग और पर्वतारोहण ट्रेक को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया और अगले आदेश तक कोई भी गतिविधियां नहीं होगी। उल्लंघन करने वालों पवर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पैराग्लाइडर पायलटों से सुरक्षित लैंडिंग करने का आह्वान
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डोभी पैराग्लाइडिंग साइट का निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने स्थानीय पैराग्लाइडिंग और पायलटों को लैंडिंग के लिए आ रही समस्या का समाधान किया। डोभी पैराग्लाइडिंग साइट पर पायलटों को लैंडिंग के लिए अतिरिक्त स्थान की जरूरत थी,जहां पर सरकारी भूमि पर लर्निंग के लिए सभी तरह की औपचारिकताएं पूरी कर पैराग्लाइडिंग पायलटों को लर्निंग के लिए सुविधा मिलेगी। कहा कि की कुल्लू-मनाली में एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध है। बताया कि पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों पायलटों की समस्या थी कि डोभी में पैराग्लाइडिंग लैंडिंग के लिए उपयुक्त स्थान की जरूरत है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकाररियों के साथ सरकारी भूमि पर पैराग्लाइडिंग लैंडिंग का स्थान चयनित किया गया है जहां पर सभी तरह की औपचारिकताएं पूरी की जा रही है।