Mehidy Hasan: भारतीय टीम का ऐसा कोई गेंदबाज नहीं बचा, जिसे मेहदी हसन मिराज ने नहीं पीटा। मैदान के हर कोने में चौके-छक्के लगाए। दोड़-दौड़कर सिंगल-डब्ल्स चुराए।
मीरपुर: मेहदी हसन मिराज का शानदार फॉर्म जारी है। भारत के खिलाफ लगातार दूसरे मैच में दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने समां बांधा। पिछले मुकाबले में जीत के हीरो रहे मेहदी हसन ने बुधवार को दूसरे वनडे में 83 गेंदों में नाबाद 100 रन बनाए। यह हसन का पहला वनडे इंटरनेशनल शतक था। मेहदी हसन जब आठवें नंबर पर जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो बांग्लादेश का स्कोर 69/6 था। यहां से महमुदुल्लाह के साथ उन्होंने सातवें विकेट के लिए 148 रन की ऐतिहासिक पार्टनरशिप की। एक बार जब क्रीज पर जम गए तो फिर कोई गेंदबाज उन्हें आउट नहीं कर पाया।
हैट्रिक पर थे सुंदर तब मेहदी ने संभाला मोर्चा
अपनी इस शतकीय पारी में मेहदी हसन मिराज ने 8 चौके और चार छक्के उड़ाए। जब मेहदी मैदान पर उतरे तो बांग्लादेश की टीम 69 रन पर 6 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। लग रहा था कि मेजबान टीम 100-150 के बीच ऑलआउट हो जाएगी, लेकिन मेहदी तो मेहदी ही ठहरे। पिछले मुकाबले में शानदार बैटिंग से भारत के सूरमा गेंदबाजों को पानी पिलाने वाले इस बल्लेबाज ने आते ही मोर्चा संभाल लिया। उनकी पहली गेंद वॉशिंगटन सुंदर की हैट्रिक बॉल थी, जिसे उन्होंने डिफेंसिव अंदाज में खेला।
वनडे करियर का पहला शतक
उन्होंने पहले महमुदुल्लाह के साथ मिलकर टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया और फिर तूफानी अंदाज में करियर का पहला वनडे शतक जड़ा। उन्होंने 55 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की तो पारी की आखिरी गेंद पर शार्दुल ठाकुर को सिंगल लेकर शतक पूरा किया। इस ओवर में उन्होंने शार्दुल को दो छक्के भी उड़ाए। उनके और महमुदुल्लाह के बीच 7वें विकेट के लिए 148 रनों की साझेदारी हुई, जो भारत के खिलाफ के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी हुई। यही नहीं, यह भारत के खिलाफ 7वें विकेट के लिए किसी भी टीम की सबसे बड़ी साझेदारी भी रही।