Bangladesh China BRI: बांग्‍लादेश ने चीन के बीआरआई पर दुनिया को दी चेतावनी तो भौचक्‍का रह गया ड्रैगन, जवाब देते नहीं बना

Bangladesh Vs China On BRI: बांग्‍लादेश ने चीन को बड़ा झटका दिया है और शी जिनपिंग के ड्रीम प्रॉजेक्‍ट बेल्‍ट एंड रोड की पोल खोलकर रख दी है। बांग्‍लादेश के वित्‍त मंत्री ने कहा कि हालात ऐसे हैं तो दुनिया के देश बीआरआई के बारे में सोचने से पहले दो बार सोचेंगे। इस बयान चीन भौचक्‍का रह गया है।

बीजिंग/ढाका: बांग्‍लादेश के वित्‍त मंत्री मुस्‍तफा कमाल ने चीन के कर्ज का जाल कहे जाने वाले बेल्‍ट एंड रोड परियोजना पर चेतावनी देने के बाद चीन अब बचाव की मुद्रा में आ गया है। चीन ने गुरुवार कहा कि उसकी बीआरआई परियोजना से ‘ठोस फायदे’ हुए हैं। चीन ने यह भी दावा किया कि बीआरआई के तहत दिए जाने वाले लोन पश्चिमी देशों की ओर से बांटे जाने वाले कर्ज की तुलना में सस्‍ती दरों पर दिए गए हैं। इससे पहले चीन को हैरान करते हुए बांग्‍लादेश के वित्‍त मंत्री ने विकासशील देशों को चेतावनी देते हुए कहा था कि दुनिया में जो हालात चल रहे हैं, उसको देखकर लगता है कि हर कोई बीआरआई को स्‍वीकार करने से पहले दो बार सोचेगा।

बांग्‍लादेशी वित्‍त मंत्री ने फाइनेंशियल टाइम्‍स को दिए इंटरव्‍यू में कहा कि दुनियाभर में बीआरआई की वजह से महंगाई बढ़ रही है और विकास दर धीमी हो रही है। इससे कर्ज लेने वाले उभरते हुए बाजारों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कमाल ने कहा कि चीन को अपने लोन की समीक्षा को सख्‍ती से करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि कर्ज देने के खराब फैसले की वजह से कई देशों को कर्ज संकट से गुजरना पड़ रहा है। उनका इशारा श्रीलंका की ओर था जहां चीनी की ओर से फंड किए गए आधारभूत ढांचे से जुड़े प्रॉजेक्‍ट राजस्‍व हासिल करने में फेल हुए हैं।
बांग्‍लादेश पर भी चीन का 4 अरब डॉलर का लोन

इससे श्रीलंका अब गंभीर आर्थिक संकट में घ‍िर गया है। बांग्‍लादेश के वित्‍त मंत्री ने कहा, ‘हर कोई चीन पर आरोप लगा रहा है लेकिन चीन इससे असहमत नहीं हो सकता है। यह उनकी जिम्‍मेदारी है। उन्‍होंने कहा कि चीन परियोजनाओं को समर्थन देने का फैसला करते समय सख्‍त नहीं है। उसे किसी को कर्ज देने से पहले एक व्‍यापक अध्‍ययन करने जरूरत है। कमाल ने कहा, ‘श्रीलंका के बाद…हम यह महसूस करते हैं कि चीनी प्राधिकरण इस खास पहलू पर ध्‍यान नहीं दे रहे हैं जो बहुत बहुत जरूरी है।’
पिछले सप्‍ताह बांग्‍लादेश भी उन एशियाई देशों की लिस्‍ट में शामिल हो गया जिन्‍होंने आईएमएफ से कर्ज की गुहार लगाई है। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से सामनों के दाम बढ़ रहे हैं और इससे निपटने के लिए एशियाई देशों को पैसे की जरूरत है। उनका विदेशी मुद्रा भंडार भी कम हो रहा है। बांग्‍लादेश पर भी चीन का 4 अरब डॉलर का लोन है जो उसके कुल कर्ज का 6 प्रतिशत है। बांग्‍लादेश भी चीन के बीआरआई प्रॉजेक्‍ट का हिस्‍सा है। बांग्‍लादेश अब 4 अरब डॉलर का अतिरिक्‍त कर्ज चाहता था।