‘मेरा पति मुझसे नफरत करता है; प्यार और नफरत की ये हैरान करने वाली कहानी राजधानी जयपुर के मुहाना थाना क्षेत्र में स्थित पीएनबी की मार्केटिंग मैनेजर सुरभि कुमावत (Surbhi Kumawat) की है. सुरभि ने बीते 2 अक्टूबर को अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली. इस मामले में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. पुलिस ने उसके पति शाहिद अली को गिरफ्तार करके बीते बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें मौत के लिए पति को जिम्मेदार ठहराया गया था. एसीपी भवानी सिंह पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं. बिंदास लाइफ जीने वाली सुरभि का शव बीते रविवार (2 अक्टूबर) को उनके फ्लैट में पंखे के सहारे लटका मिला था. सुरभि ने छ्ह साल पहले परिजनों के भारी विरोध के बावजूद छठवीं पास शाहिद से लव मैरिज की थी.
सुरभि और शाहिद की प्रेम कहानी का सफर 14 साल तक चला. इस प्रेम कहानी का अंत सुरभि की आत्महत्या से हुआ. जिस शाहिद से सुरभि बेइंतहा प्यार करती थी, बाद में उसे जब लगने लगा कि पति शाहिद ही उससे नफरत करता है तो अपनी जान देकर जिंदगी से नाता तोड़ लिया. उसे लगने लगा था कि वह अब शाहिद के साथ नहीं रह पाएगी. पांच साल की बच्ची को अपने पीछे छोड़ गई. दरअसल, इस प्रेम कहानी की शुरुआत जयपुर में उस समय से होती है जब सुरभि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग जाती थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात शाहिद से हुई. शाहिद तब बेरोजगार था और फिल्टर वॉटर की सप्लाई का काम करता था. सुरभि जब शाहिद से मिली थी, तब वह ग्रेजुएशन कर चुकी थी. दोनों के बीच प्यार हुआ और प्यार परवान चढ़ा. 2016 में सुरभि की बैंक में नौकरी लग गई. थोड़े ही समय में वह बैंक में मार्केटिंग मैनेजर बन गई. 2016 में दोनों ने शादी का फैसला किया. धर्म की दीवार तोड़कर सुरभि ने आर्य समाज के तरीके से शादी की.
शादी के बाद सुरभि अपने पति के पास के गांव जाकर रहने लगी. शाहिद घर पर रहता था. दो साल पहले सुरभि ने जयपुर में फ्लैट खरीदा और पति के साथ शिफ्ट हो गए. इसी बीच सुरभि ने एक बेटी को जन्म दिया. पिछले कुछ अरसे से सुरभि को लग रहा था कि शाहिद उससे प्यार नहीं करता, बल्कि नफरत करता है. हालांकि शाहिद का कहना है कि वह सुरभि को प्यार करता था. दोनों के बीच तरकार पति-पत्नी जैसी थी. सुरभि आजाद ख्यालों की थी. वह बिंदास जिंदगी जीना पसंद करती था. उसके पास कार पहले से ही थी. वह बुलेट खरीदना चाहती थी. कीमत करीब 2 लाख थी. बताया जाता है कि इसी को लेकर दोनों के बीच तकरार हुई. शाहिद का कहना है कि उसने रोका जरूर था. शायद यही बात सुरभि के मन में घर कर गई.
2 अक्टूबर को पार्टी से दोनों रात को लौटे. शाहिद का कहना है कि उसने आइसक्रीम भी ऑफर की थी. फिर वह रात में बेटी को लेकर अलग कमरे में सोने चला गया लेकिन सबह गेस्ट रूम में उसकी लाश फंदे से लटकती हुई मिली. फिर सुरभि के घरवालों को फोन किया. पुलिस को सूचित किया. इसी बीच एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उसमें अपना दर्द बयां किया. डेड बॉडी के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा था, ‘मैं सिर्फ खुश रहना चाहती हूं. मेरा खुद का पति मुझसे नफरत करता है. मैं जा रही हूं सब छोड़कर. मुझे दुख है कि बेटी…मैं तुझे देख नहीं पाउंगी,’.
सुरभि के पिता हरिशंकर कुमावत ने शाहिद के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने शाहिद अली को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया था. हरिशंकर ने कहा कि सुरभि जब गणेश चतुर्थी पर मायके आई थी कहा था पति बहुत परेशान करता था. हम उसका इशारा नहीं समझ पाए और परिवार टूटने के डर से उसे समझाते रहे लेकिन आज हमने उसे खो दिया.