CM के काफिले को काले झंडे दिखाने से पहले पुलिस ने सर्मथकों सहित दबोचा पूर्व युकां अध्यक्ष

इंदौरा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दौरे के दौरान प्रदेश के पूर्व युकां अध्यक्ष मनमोहन कटोच व उनके समर्थकों को इंदौरा पुलिस ने हिरासत में लिया। मनमोहन कटोच व उनके समर्थक मुख्यमंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाने की फिराक में थे कि उन्हें पुलिस द्वारा क्षेत्र में शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इंदौरा प्रवास पर मनमोहन कटोच व उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की बात कही थी, वहीं मुख्यमंत्री के इंदौरा पहुंचने पर कटोच व उनके समर्थकों ने हाथों में काले झंडे लेकर मुख्यमंत्री के निकलने वाले काफिले के रास्ते की ओर पलायन किया ही था कि इसकी पुलिस को भनक लगते ही डीएसपी नूरपुर सुरिन्दर शर्मा के नेतृत्व इंदौरा थाना प्रभारी सुरेश कुमार पुलिस टीम सहित इंदौरा बाजार में ही काले झंडे दिखाने निकले मनमोहन कटोच व उनके समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बसों में भरकर थाना इंदौरा ले आया गया।

हिरासत में लेने पर कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ व मुख्यमंत्री गो बैक के नारे लगाते हुए अपना रोष प्रदर्शन किया। डीएसपी नूरपुर सुरिन्दर शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री दौरे के दौरान क्षेत्र में शांति भंग होने की आशंका को लेकर विरोध कर रहे मनमोहन कटोच और उनके समर्थकों को धारा 107/51 के तहत हिरासत में लिया गया है। जिन्हें मुख्यमंत्री के प्रोग्राम समापन के बाद एसडीएम इंदौरा के समक्ष पेश किया गया और उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।

भाजपा मंडल इंदौरा के अध्यक्ष बलवान सिंह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किए गए कृत्य की घोर निंदा करते है। इंदौरा में हुआ विकास कांग्रेस पचा नहीं पा रही है तथा सुर्खियां बटोरने के लिए इंदौरा कांग्रेस ओछी हरकतें कर रही है। मुख्यमंत्री केवल भाजपा के नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं ऐसा कृत्य अशोभनीय है। वहीं इंदौरा कांग्रेस मंडलाध्यक्ष देविंदर मनकोटिया ने बताया कि मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने पर इंदौरा कांग्रेस मंडल की कोई भूमिका नहीं है। कुछ लोगों द्वारा अपनी मर्जी से ऐसे कृत्य को अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने पर इंदौरा कांग्रेस मंडल कड़ी निंदा करती है। उधर, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि मनमोहन कटोच और उनके समर्थकों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेना गलत है। भाजपा सरकार के दौरान अपना हक या अपनी बात रखना एक जुर्म है लेकिन वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया जाएगा।