छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कोंडागांव में एक अनूठी शादी इन दिनों चर्चा का विषय है. यहां एक साथ एक मंडप पर दो युवतियों से एक दूल्हें ने फेरे लिया. खास बात यह है कि इस शादी के लिए दोनों युवतियों की रजामंदी थी. यहां पूरा मामला केशकाल विधानसभा अंतर्गत ईरागांव क्षेत्र के ग्राम उमला का है. यहां दूल्हा शादी से पहले ही दों बच्चो का बाप बन गया है और दो दुल्हन का पति भी. इस शादी के लिए छपवाये गए कार्ड में बकायदा दोनों दुल्हनों का नाम भी है
दरअसल ईरागांव थाना अंतर्गत ग्राम उमला निवासी रजन सिंह पिता सुखराम सलाम ने पहले ग्राम आडेंगा निवासी दुर्गेश्वरी मरकाम से विवाह का प्रस्ताव रखा. इसके बाद समाज के बीच सगाई हो गई. तब से लड़की लड़का के घर रहने लगी. कुछ माह बाद एक बच्चे का जन्म भी हो गया. इसी बीच रजन सिंह का आंवरी निवासी सन्नो बाई गोटा के साथ भी प्रेम हो गया. सन्नो और रजन सिंह का प्रेम इतना आगे बड़ गया की एक बच्चे का भी जन्म हो गया. युवतियों से प्रेम संबंध के चलते बिना शादी किए दोनों का बच्चा भी हो गया. मामले की जानकारी लगते ही लोगों के बीच तरह तरह की बाते होनी लगी. इसके बाद रजन सिंह ने परिवारों और समाज के रजामंदी के बीच दोनो से शादी करने का फैसला ले लिया.
इस तरह शादी के बंधन में बंधे
बस्तर सर्व आदिवासी समाज के उपाध्यक्ष सोनूराम मंडावी ने बताया कि समाज और परिवार की रजामंदी के बाद शादी कार्ड छपवा कर दोनो ही युवतियों का नाम लिखवा दिया. इसके बाद बीते 8 जून को लगन और टिकावान रखा गया. इस शादी में ग्राम उमला समेत आसपास के 500 से 600 लोग शादी में आशीर्वाद देने पहुंचे. इस शादी की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. आदिवासी परंपरा के तहत ये शादी संपन्न हुई.