बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जनसंख्या नियंत्रण कानून का समर्थन किया है। विजयवर्गीय ने कहा है कि राजनीतिक मतभेदों से अलग हटकर इस पर विचार किया जाना चाहिए। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत यह कानून लाने की बात कही है। विजयवर्गीय ने कहा है कि जहां डेमोग्राफी बदल रही है, वहां देश विरोधी गतिविधियां बढ़ रही हैं।
इंदौरः आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की चर्चा पर बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गी है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसका समर्थन किया है। विजयवर्गीय ने गुरुवार को इंदौर में कहा कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार होना चाहिए, क्योंकि आबादी के स्वरूप में बदलाव होने के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार होना चाहिए, मैं तो पश्चिम बंगाल मैं रहा हूं, जिस प्रकार से डेमोग्राफी चेंज हुई है,उसके दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं और आज अराजकता का माहौल है,
विजयवर्गीय ने कहा कि जहां भी डेमोग्राफी चेंज होती है, वहां पर देश विरोधी गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। पीएफआई जैसे संगठन सक्रिय हो जाते हैं। यह किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश का विषय है। इस पर वोट की राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश को एक नजरिये से इस पर सोच विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा रि जम्मू कश्मीर का सबसे बड़ा उदाहरण है। कश्मीरी पंडितों को मारकर भगाया तो वहां पाकिस्तानी गतिविधियां चालू हो गई। धारा 370 हटी तो वहां के नेताओं के चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। बंगाल में भी ऐसे ही हालात हैं। सभी सीमावर्ती राज्य में हालात एक जैसे हैं।
केरल में पुलिसकर्मियों की पीएफआई के साथ मिलीभगत मिलने पर विजयवर्गीय ने कहा शासकीय कर्मचारी अगर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो जाएगा यह तो देश के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। इसे राजनीतिक चश्मे से बिल्कुल नहीं देखना चाहिए।
भारत जोड़ो यात्रा में सोनिया गांधी के शामिल होने पर विजयवर्गीय ने कहा कि वो मां होने का फर्ज निभा रही हैं। कांग्रेस में जो भगदड़ मची हुई है, उसे रोकने की कोशिश गांधी परिवार कर रहा है लेकिन अब यह भगदड़ रुकने वाली नहीं है।
उदित राज के द्वारा देश के राष्ट्रपति का अपमान किए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आसमान पर देखकर थूकने वाले पर थूक पलट कर उसी के मुंह पर गिरेगी।
महाकल परिसर के विस्तार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस देश के जितने भी आस्था के केंद्र हैं-वाराणसी केदारनाथ, महाकाल हर जगह विकास की गंगा बह रही है। आक्रांताओं ने सबसे पहले हमारे आस्था के केंद्रों को ही तोड़ा। आस्था के केन्द्र विशाल होने चाहिए। इससे लोगों का सोच भी विशाल होगा।