डॉक्टरों ने कहा है कि पार्थ चटर्जी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। लेकिन उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चटर्जी (69) को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 24 जुलाई को ईडी को चटर्जी को एयर एम्बुलेंस से ओडिशा के अस्पताल में ले जाने का निर्देश दिया था।
ईडी को चटर्जी को एयर एम्बुलेंस से ओडिशा के अस्पताल में ले जाने का निर्देश दिया था।
एम्स के कार्यकारी निदेशक आशुतोष विश्वास ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने (चटर्जी की) जांच की है। उन्हें कुछ गंभीर बीमारियां हैं, लेकिन तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है।’ विश्वास ने आगे कहा कि अदालत को चटर्जी के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में सूचित कर दिया गया है। अदालत के निर्देश के मुताबिक अगला कदम उठाया जाएगा।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि चटर्जी का प्रतिनिधित्व करने वाले दो वकील उनके साथ ओडिशा की राजधानी गए हैं। इससे पहले दिन में, उद्योग और संसदीय मामलों के मंत्री चटर्जी को एसएसकेएम अस्पताल से ग्रीन कॉरिडोर के जरिए कोलकाता हवाई अड्डे पर ले जाया गया। भुवनेश्वर पहुंचने के बाद, चटर्जी को एम्स ले जाया गया, जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसके बाद उन्हें एक विशेष केबिन में स्थानांतरित कर दिया गया।
चटर्जी को अस्पताल ले जाने के दौरान कुछ लोग चोर चोर पुकार रहे थे। इन लोगों में से ज्यादातर बंगाल के थे। राज्य प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में भर्ती घोटाले के वक्त चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था। बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया।