मशोबरा ब्लॉक के दूरदराज गांव ट्रहाई के लिए करीब एक वर्ष पूर्व निर्मित हुई भज्जीनाला सिंचाई योजना अनुपयोगी बन गई है। करीब पांच किलोमीटर लंबी इस प्रवाह सिंचाई योजना के लिए लगाए गए पाइपों में जगह-जगह रिसाव हो रहा है, जिसके चलते सिंचाई का पानी किसानों के खेतों तक नहीं पहुंच रहा है। विभागीय सर्वे के अनुसार इस योजना में 20 अधिक स्थानों पर पानी का बहुत ज्यादा रिसाव हो रहा है।
आलम ये है कि पानी के सोर्स में फिल्टर टैंक भी बनाया गया है। बारिश होने के दौरान पाइप में पत्थर भर जाते हैं, जिसके चलते पाइप में जलापूर्ति बाधित हो जाती है। ट्रहाई के प्रगतिशील किसान प्रीतम सिंह ठाकुर, राजेंद्र सिंह ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर सहित अनेक किसानों ने जल शक्ति विभाग और ठेकेदार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। बताया कि ठेकेदार द्वारा पाइप बिछाने के दौरान सही ढंग से गैस वेल्डिंग न होने कारण जगह-जगह पानी लीकेज हो रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार के जल शक्ति मंत्री द्वारा अनुसूचित जाति उप योजना के तहत भज्जी नाला-ट्रहाई प्रवाह सिंचाई योजना के लिए 40 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पूर्व भाजपा सरकार में ठेकेदार की अच्छी पैठ होने के कारण विभाग ठेकेदार पर कार्यवाही करने पर परहेज करता रहा। प्रीतम ठाकुर ने बताया कि प्रदेश सरकार को कई बार लिखित रूप में शिकायत करने के अलावा एसडीओ कोटी से क्षेत्र के लोगों ने डेपूटेशन के रूप में भेंट की गई। हांलांकि एसडीओ और जेई कोटी द्वारा अनेकों बार ठेकेदार को नोटिस दिए गए हैं। इसके बावजूद भी ठेकेदार द्वारा कोई कार्य नहीं करवाया गया है।
प्रीतम ठाकुर सहित ट्रहाई गांव के किसानों ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से इस योजना को पूर्ण करने के लिए विभाग आवश्यक निर्देश जारी करे तथा ठेकेदार पर उचित कार्यवाही करते हुए इन्हे ब्लैकलिस्ट किया जाए। बता दें इस योजना के तहत ट्रहाई की करीब 19 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी । एक्सईएन जेएसवी मंडल शिमला बसंत राठौर ने बताया कि उन्हे इस बारे कोई जानकारी नहीं है। अधीनस्थ अधिकारियों से इसकी फीडबैक ली जाएगी।