Bharat Jodo in Kashmir: जम्मू-कश्मीर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री, लाल सिंह पर क्यों छिड़ा है विवाद?

Bharat Jodo in Kashmir: राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर में दाखिल हो गई है। सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अंतिम चरण में गुरुवार शाम पठानकोट-पंजाब के रास्ते लखनपुर में प्रवेश कर गई। इस दौरान डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह भी राहुल गांधी के मार्च में शामिल हुए।

जम्मू: राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम चरण में गुरुवार शाम जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वह 30 जनवरी को श्रीनगर शहर के ऐतिहासिक लाल चौक पर भारत जोड़ो यात्रा का समापन करेंगे। पंजाब से कठुआ के लखनपुर क्षेत्र में मार्च करते हुए राहुल गांधी ने कहा क‍ि मेरे पूर्वज इसी धरती के थे। मुझे लग रहा है कि मैं घर लौट रहा हूं। मैं अपनी जड़ों की ओर वापस जा रहा हूं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की पीड़ा को जानता हूं। मैं आपके पास झुके हुए सिर के साथ आ रहा हूं। उधर, डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह के राहुल गांधी के मार्च में शामिल होने के फैसले से व‍िवाद छिड़ गया है।

दरअसल जनवरी 2018 में कठुआ में एक नाबालिग लड़की के बलात्कार और हत्या के दोषियों के समर्थन में विवादास्पद भाषण देने के बाद लाल सिंह को पीडीपी-बीजेपी कैबिनेट से हटा दिया गया था। सिंह के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित कई हलकों से कड़ी प्रतिक्रिया मिली है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि सिंह यात्रा में शामिल होकर अपने अतीत को सफेद करने की कोशिश कर रहे थे।

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अब्‍दुल्‍ला ने लाल स‍िंह पर बोला था हमला

अब्दुल्ला ने कहा था क‍ि कांग्रेस को इस बात पर गौर करना होगा कि कुछ लोग यात्रा का इस्तेमाल अपने अतीत के दागों को धोने के लिए कर सकते हैं। हम उन नेताओं की भूमिका को नहीं भूले हैं जिन्होंने बलात्कारी को बचाने की कोशिश की। उन्होंने जिस तरह से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, वह किसी से छिपी नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या कांग्रेस को पीडीपी-बीजेपी सरकार में मंत्री रहने के दौरान बलात्कार के आरोपियों के समर्थन में उतरे सिंह जैसे नेताओं की भारत जोड़ो यात्रा में भागीदारी की अनुमति देनी चाहिए।

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    राहुल गांधी ने कहा कि उनके पूर्वज जम्मू कश्मीर की भूमि से संबंध रखते थे। मुझे लगता है कि मैं घर वापस लौट रहा हूं। मैं अपनी जड़ों की ओर लौट रहा हूं, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की पीड़ा समझता हूं और सिर झुकाकर आपके पास आया हूं। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह दिन में लगभग सात घंटे चलते हैं और हर दिन 25 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं, लेकिन कुछ लोगों की भविष्यवाणी के उलट इस दौरान यात्रा में कोई भी नहीं थका।

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    इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी के वरिष्ठ नेतागण राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू कश्मीर में दाखिल होने पर उनका स्वागत करने पहुंचे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक नेता ने कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कई वाहनों में यात्रा में शामिल होने के लिए निकले। फारूक अब्दुल्ला ने शंकराचार्य और राहुल गांधी की तुलना करते हुए कहा कि कई साल पहले, शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की थी और आज आप ऐसा कर रहे हैं।

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    राहुल गांधी ने कहा कि मुझे बाद में लगा कि हम थकान महसूस नहीं कर रहे हैं क्योंकि लोग हमें आगे बढ़ा रहे हैं। अगर कोई गिरता है, तो उसे चंद सेकेंड में सहारा मिल जाता है… कोई किसी से नहीं पूछ रहा कि आपका धर्म क्या है। राहुल गांधी ने दावा किया कि दो भारत बनाए जाने का एक अहम बिंदु यह भी है कि एक गरीबों के लिए है जबकि दूसरा कारपोरेट जगत के लिए है।

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    फारूक अब्दुल्ला ने दावा किया कि आज का भारत, ‘राम के भारत’ या गांधी के हिंदुस्तान का नहीं है क्योंकि लोग धर्म के नाम पर बंटे हुए हैं। अगर हम एक साथ होते हैं, तो हम मौजूदा समय की नफरत को दूर कर सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में यात्रा के प्रवेश के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं जयराम रमेश, अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह के अलावा अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत, पूर्व मंत्री लाल सिंह और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मुजफ्फर शाह सहित कई नेताओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया।

जम्‍मू कश्‍मीर पहुंची यात्रा में शाम‍िल हुए ये नेता
भारत जोड़ो यात्रा के लखनपुर में पहुंचने पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, मुजफ्फर शाह, तारिक हमीद कर्रा, विकार रसूल, जी.ए. मीर, लाल सिंह और शिवसेना सांसद संजय राउत शामिल हुए। गुरुवार को रात्रि विश्राम के बाद राहुल गांधी शुक्रवार सुबह कठुआ के हटली मोड़ से यात्रा का नेतृत्व करेंगे और चड़वाल में रात्रि विश्राम करेंगे। वहीं 21 जनवरी विश्राम दिवस होगा।

27 जनवरी को घाटी में होगी यात्रा की एंट्री

वरिष्ठ कांग्रेस नेता मीर के मुताबि‍क, भारत जोड़ो यात्रा 23 जनवरी को जम्मू पहुंचेगी और शहर में रैली आयोजित करेगी। यात्रा एक सप्ताह से अधिक समय तक जम्मू क्षेत्र में रहेगी। यात्रा 27 जनवरी को श्रीनगर-जम्मू नैशनल हाइवे पर जवाहर सुरंग के माध्यम से कश्‍मीर घाटी में प्रवेश करेगी। 27 जनवरी से यात्रा श्रीनगर के रास्ते में अलग-अलग हिस्सों की यात्रा करेगी।(

30 जनवरी को श्रीनगर में खत्‍म होगी यात्रा
7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा के समापन के मौके पर 30 जनवरी को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक मेगा रैली आयोजित की जाएगी। उधर, जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा है कि यात्रा की सभी सुरक्षा जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा और हर जिले में सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।