Bhojpuri में पढ़ें- पीएम कुसुम योजना : फसल आ जेब दूनों हरियर

देश के किसान भाई लोग के खातिर है पीएम कुसुम योजना. इ योजना के जरिए सरकार सोलर पंप लगावे में किसान भाई के लोग मदद करत बिया. आ मदद कइसन ? बस इहे बूझ जाइं कि सरकार राऊर खेत में खुद खड़ा होइके सोलर पंप लगावत बिया, रऊंवा के बस उ सोलर पंप से आपन फसल आ जेब दूनों हरियर करे के बा. आ कमाई कौनो कम सम ना. आपन खेत पटवला के बाद रऊंवा साल में लाख रूपया तक आराम से पिट सकत बानी.

चलीं सबसे पहिले प्रधानमंत्री कुसुम योजना के सब्सिडी के समीकरण समझ लिहीं. इ योजना के जरिए लागे वाला सोलर पंप पर रऊंवा 60 फीसदी सब्सिडी मिल जाइ. 30 फीसदी सब्सिडी केंद्र सरकार दी, 30 फीसदी सब्सिडी राज्य सरकार के तरफ से मिली. ऐतना सब्सिडी से राऊर काम चल जात बा त वाह वाह. कड़की बा त पहुंच जाइं आपन नियरा के बैंक. वहां से रऊंवा के सोलर पंप लगावे के कुल खर्चा के 30 फीसदी लोन मिल जाइए. मतलब सोलर पंप लगावे के कुल खर्चा के 90 फीसदी के जुगाड़ हो गइल. 10 फीसदी आपन जेब से लगाइं आ 25 साल तक खेतों के लाल करीं, खुदों मालामाल होइं.

अब चलीं रऊंवा के बतावत बानी कि रऊंवा इ योजना के फायदा कइसे ले सकत बानी? सबसे पहिले सरकारी वेबसाइट https://mnre.gov.in/ पर जाइके रऊंवा आपन रजिस्ट्रेशन करा लीं. रजिस्ट्रेशन खातिर आधार कॉर्ड, जमीन के कागज पत्र आ बैंक खाता के जानकारी देबे के होइ. वेबसाइट पर जे दिशा-निर्देश दिहल गइल बा, ओकरा के फॉलो करीं. फॉर्म ठीक से भर दिहीं. ऐकर बाद राऊर प्रोसेस स्टार्ट हो जाइए. प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर पंप लगावे के बस एगो शर्त बात बा. जौन जमीन पर रऊंवा सोलर पंप लगावे जा रहन बानी, उ जमीन बिजली सब स्टेशन के पांच किलोमीटर के रेंज में होखे के चाहीं.

अब इ सोलर पंप से कमाई के ताल भांझ भी समझ लिहीं. सरकार के तरफ से रऊंवा के मिली सोलर पैनल. उ सोलर पैनल से रऊंवा बिजली आ डीजल से चले वाला सिंचाई पंप के सोलर एनर्जी से चले वाला पंप में कन्वर्ट कइ दिहीं. इ त हो गइल राऊर खेत पटावे के इंतजाम. अब बिजली बेचे के इंतजाम सुनीं. सोलर पैनल से जौन बिजली पैदा होला, उ खेत पटावे के जरूरत से जादा होला. उ एक्सट्रा बिजली के रऊंवा आपन इलाके विद्युत वितरण कंपनी के बेच दिहीं. मतलब राऊर खेतो पाट गइल, कुछ धनिया भी जेब में आ गइल. आ इ व्यवस्था कौनो एक दू साल के नहीं, 25 से 30 साल तक के व्यवस्था बा. अगर केहू सोलर पंप के साथे बरियारी ना करे त एगो सोलर पंप आराम से 25 से 30 साल तक फंक्शन करे ला.

प्रधानमंत्री कुसुम योजना से लागे वाला सोलर पंप के आउरू फायदा बा. इ पॉल्यूशन फ्री बिजली होला. कौनो तरह के प्रदूषण ना. ना खेत के खतरा, ना इंसान के खतरा, माल मवेशी भी चैन से बंसी बजइहन सन. जहां तक एकर रॉ मैटेरियल-मतलब सूरज देवता के गर्मी के सवाल बा त, ओकरा बारे में भोजपुरिया बेल्ट के लोग के सोचे के ही नइखे. हमनी के इलाका में कुदरत औरी चीज देबे में भलें ही कुछ कंजूसी कइले बा लेकिन घाम देबे में कौनो कंजूसी नइखे कइले. गरमी के बात छोड़ दिहीं, जाड़ा में भी ऐतना घूप हो जाला कि राऊर सोलर पंप सन सन चलीं. त फेन देर कौन बात के. चटपट चाय नाश्ता करीं आ पीएम कुसुम योजना के दरवाजा खटखटाईं, सोलर पंप लगाईं, खेतो हरियर होई, जेबो हरियर होई ते नेचुरली मनो हरियर हो जाई.