पांव लागीं मालिकार ! लोग के मुंहे अबहीं ले इहे सुनले बानी मलिकार कि अंगरेज अपना देस पर राज करे एही खातिर आइल रहले सन कि लूटपाट के धन-संपत लेके विलायत चल जइहें सन. ऊ त लुटेरा रहले सन, बाकिर अपने लोग देस के संपत लूट के आपन घर भर ली, ई केहू ना कबो सोचले होई.
आजादी के बाद उमेद रहे कि अब लुटेरा ओरा गइले सन, बाकिर नेता-अफसर आ ओकनी के अमला फैला एतना लुटेरा निकल जइहें सन, ई केहू ना सोचले होई. अबे ले त इहे आदमी सुनले रहल हा कि अंगरेज अइले सन आ भारत के लूट लिहले सन. देस आजाद भइल त इहे बुझाइल कि अब लूटपाट ओरा गइल. बाकिर अब जवनी गंतिया नेतवन-अफसरवन आ ओकनी के आगा-पाछा करे वाला कीहां से एतना नोट धराता, जेतना हमनी के घरे चवन्नी-अठन्नी कबो ना रहल होई. देस के रखवार एकनी के मानल जाला, बाकिर ई त मीठा के हंड़िया के चिउंटा सिपाही अस हाल क दिहले बाड़े सन!
पांड़े बाबा आज आजादी के बाद से अबले भइल कई गो घपला-घोटाला आ भरस्टाचार के कहानी सुनवात रहुवीं. सुन के त मन करत रहुवे कि करिखही हांड़ी एकनी के गरदन में बान्ह के मुंह पर करिखा पोत के गांवागांईं घुमावे के चाहीं. वोट के बेरा ई दुआरी-दुआरी घूम के अइसन सोझिया बने ले सन आ जीतला के बाद ई एतना अनेत करिहें सन, केहू का ना बुझाला. झारखंड में एगो जनाना अफसर धरइली त मालूम भइल कि ओकर लर-जर त दूर-दूर ले पसर गइल बा. जांच में झारखंड के तार बिहार, बंगाल, हरियाना आ देस के कई गो कोना ले चलल जाता. सुने में आवता कि अबे ले मोटामोटी सौ करोड़ रुपिया के संपत आ नगदी के पता चलल बा. आगे अबे कई जने के नांव आइल बा, जेकरा से पूछताछ आ जांच-पड़ताल होखे के बा. ई कुल चलते रहल हा, एही बीचे बंगाल में तीन गो झारखंडी एमएलए अड़तालीस लाख नगदी के संगे धरा गइले. ओही दिने झारखंडे के एगो वकील साहेब पचास लाख रुपिया के संगे धरइले. धरइला के बाद केहू नइखे बतावत कि एतना रुपिया लेके ऊ लोग बंगाल में का करे गइल रहे.
अबहीं ले हम इहे सुनले रहनी हां मलिकार कि बंगाल के नेता बड़ा ईमानदार होले. आजादी के बाद से अबले बंगाल में कांगरेस आ लाल पाटी के सरकार रहे, बाकिर आज ले कवनो पाटी के नेता पर केहू अंगुरी ना उठा पावल. ममता दीदी के पाटी के सरकार बनल त का जाने कहां से एतना लुटेरा नेता उपरा गइले सन.
ममता दीदी पहिलकी बेर मुखमंतरी बनली, तबसे अबले उनकर एक जने मंतरी के घरे आ उनकर एगो जान पहचान वाली हीरोइन के घरे ईडी छापा मरलस त घर में नोट अइसन ठूंस-कस के राखल रहे कि ओकरा के मसीन से गिने में चौबीस घंटा लाग गइल. पचास करोड़ त अबे ले नगदी मिलल बा आ डेढ़-दू सौ करोड़ के संपत के पता चलल बा. अबहियों वोह लोगन से पूछताछ होते बा. ओन्हनी के कई गो घर ईडी अबे सील कइले बा. बाद में ओकर तलासी ली. एही में सुनाइल कि चोरो आपन हाथ साफ क लिहले सन. मुंह बान्ह के चार गाड़ी पर चोर अइले सन आ इच्छा भर नोट लाद के ले गइले सन. अगरी कगरी के लोग बूझल कि ईडी के छापा परल बा. बाद में मालूम भइल कि ई त चोर रहले हां सन आ हाथ साफ क के निकल गइले सन.
पांड़े बाबा बतावत रहुवीं कि अइसन घपला-घोटाला बंगाल में ममता दीदी के आवते शुरू हो गइल रहे. ई बात दोसर बा कि ई लोग अबे ले धरात-पकड़ात ना रहल हा. सुने में आवता कि ममता दीदी के भतीजा आ पतोहो पर केस बा. अबे ले ऊ लोग धराइल त नइखे, बाकिर घेरा त गइले बा. एगो सारधा चिटफंड घोटाला भइल रहे. ओहू में ममता के पाटी के कई गो नेता सामिल रहले. नारदा आपरेसन भइल त ममता के कई जने नेता के नाम आइल. कवनो आमफान तूफान आइल रहे त मोदी जी दिल्ली से राहत के पइसा भेजले रहले. ओहू में गड़बड़ी भइल रहे. ममता के राज में अबे ले पढ़ाई वाला महकमा में मास्टर से लेके किरानी तक जेतना बहाली भइल बाड़ी सन, सगरी में पइसा वसूली के खबर आवता. ईडी के संगे-संगे हाईकोटो ममता के पानी पिया दिहले बा. ममता एतना घेरा गइल बाड़ी कि अब ऊ आपन चेहरा साफ करे खातिर मछियाइल बाड़ी. जवन मंतरी धराइल बाड़े, उनका के पद आ पाटी से हटा दिहले बाड़ी. बाकी लोग के चेतवले बाड़ी कि अब अइसन सिकाइत ना मिले के चाहीं. किस्सा कहल बा मलिकार- का बरखा जब कृषी सुखानी. तिसरका बेर जीतला के बाद ममता दीदी जेतना चमकल रहली हा, ओतने उनका मुंह पर उनहीं के लोग करिखा पोत दिहले बा. ऊ त एतना उछाह में रहली हा कि मोदी जी के कुरसी पर बइठे के सपना देखे लागल रहली हा.
पांड़े बाबा बतावत रहुवीं कि मोदी जी जब से कुरसी पर बइठल बाड़े, घपला-घोटाला करेवाला छोट-बड़ के केहू के बखसत नइखन. खाली ईडी के धर-पकड़ के बात कइल जाव त 2005 से 2014 मने नौ साल ले कांगरेस के अगआई वाली यूपीए सरकार रहे. यूपीए सरकार के टाइम में ईडी 1867 गो केस कइलस आ 4156 करोड़ रुपया के संपत जपत कइलस. मोदी जी के नौ साल के राज में 3555 गो केस भइल आ ईडी 99 हजार 355 करोड़ के संपत जपत कइलस. ई आंकड़ा नवंबर 2021 तक के ह. ओकरा बादो अबे रोजे धर-पकड़ होता. महाराष्ट में कवनो राउत जी के ईडी धइले बा. सोनिया गान्ही से ईडी पूछताछ में लागल बा. ओकरा पहिले राहुलो गान्ही से पूछताछ भइल रहल हा. लालू जादो के घरेया रहले हां भोला जादो. उहो सीबीआई के हाथे धराइल बाड़े. लालू के घर में त केहू अब बांचले नइखे, जेकरा पर केस ना होखे. बिहार में निगरानी महकमा अलगे आग जोतले बा. हर दूसरे-तीसरे दिने कवनो ना कवनो सरकारी हाकिम के घरे छापा मारेला आ करोड़ से नीचे त केहू कीहां से पकड़ईबे ना करे.
पांड़े बाबा बतावत रहुवीं कि चोरावे-लूटे वाला लोग के कवनो डरे-भय ना रहल हा. ई खाली एही घरी के बात नइखे, पहिलहूं एक से बढ़ के एक घोटाला भइल बा. सन सरसठ में होम मनिस्टर रहले चहवान साहेब. ऊ पारलियामेंट में कहले रहले कि अपना देस के कुछ पाटी के विदेस से चुनाव लड़े खातिर पइसा मिलल बा. ऊ नांव जानत बाड़े, बाकिर बतइहें ना. एह से कि जेकरा मिलल बा, ओकरा नोकसान हो जाई. ओकरा बाद त जैन हवाला कांड, बोफोर्स कांड, कोयला घोटाला, स्पेकटरम घोटाला जइसन केतने घोटाला भइले सन, जवना में नेता आ ओह लोगन के करीबी के नांव आइल रहे. अबे ले केहू के कुछ ना बिगड़ल. जैन हवाला कांड में एगो डायरी मिलल रहे, जवना में कई पाटी के 115 लोग के नांव रहे. कई जने त कबूलो कइले कि उनका पइसा मिलल बा. एकरा बादो केहू पर कवनो कारवाई ना भइल. हवाला डायरी में त परसिडेंट आ परधानमंतरी रहल कुछ लोग के नांव रहे, बाकिर केहू के कुछ ना बिगड़ल. एही से नेता-अफसर सहक गइले. मोदी जी ठीक उपाय कइले बाड़े. ऊ कुरसी पर बइठते कहलहूं रहले- ना खायेब आ ना केहू के खाये देब.