Bholaa Vs Kaithi: इन 5 चीजों के कारण ‘कैथी’ से भी बेहतर है ‘भोला’, अजय देवगन ने कर ली रीमेक बनाने में मास्‍टरी

अब तक आपने भोला और कैथी दोनों देख ली होगी। लेकिन क्या क्या कमियां और क्या क्या खूबियां थी, इस बारे में आपने सोचा? अजय देवगन ने भोला के जरिए साबित कर दिया है कि वह जान चुके हैं कि रीमेक की नस क्या है। वह एक बार फिर रीमेक बनाने में सफल हुए हैं।

भोला। अजय देवगन की लेटेस्ट फिल्म। बॉक्स ऑफिस पर फिलहाल लगी है। सभी जानते हैं कि ‘भोला’ तमिल फिल्म ‘कैथी’ का ऑफिशियल रीमेक है जिसे खुद अजय देवगन ने डायरेक्ट किया है। अजय देवगन की टोली में तब्बू (डायना), आमिर खान (करछी), अमाला पॉल, दीपक डोबरियाल, संजय मिश्रा से लेकर गजराज राव जैसे स्टार्स हैं जिन्होंने डायरेक्टर साहब का भूरपूर साथ दिया

अजय देगवन ने अपने करियर की चौधी फिल्म डायरेक्ट की है और इस बार उन्होंने कमाल कर दिया है। ये फिल्म न केवल उनकी डायरेक्ट सभी फिल्मों से बेहतर है साथ ही उन्होंने अपनी चुनौती को भरपूर पार किया है। किसी भी रीमेक को बनाना एक बड़ी चुनौती होती है। पहला तो दर्शक उसे देख चुके होते हैं। कहानी में सबकुछ पता होता है। ऐसे में दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचना बड़ा चैलेंज होता है।

इस बार डायरेक्टशन में जीत गए अजय देवगन

अब अजय देवगन ने इन सभी चैलेंज को बखूबी पूरा किया है। पहला, डायरेक्शन। अजय देवगन ने निर्देशन के मामले में इस बार जोरदार काम किया है। एक्शन सीन से लेकर जेल वाले सीन्स को बढ़िया दर्शाया है। जेल से कहानी को जिस तरह उन्होंने कैमरे एंगल पर काम किया यकीनन वो काबिल-ए-तारीफ है।

भव्य सीन्स

दूसरा, अजय देवगन ने बहुत ही शानदार तरीके से कैथी का रीमेक बनाया है। अगर आपने कैथी देखी है उसके बावजूद आपको ये लुभाने में रोचक लगती है। हर सीन को आप आंखें गढ़ाए देखते हैं। शुरुआत ही दमदार एक्शन से होती है जिसकी वजह से आप नजरें नहीं हटा पाते। छोटे छोटे बदलाव करके भोला कैथी से खुद को अलग बनाती है। लेकिन हां, कुछ लोगों को अतिश्योक्ति भी लग सकती है कि इसमें तो कोई लॉजिक ही नहीं।

भोला का अंत खतरनाक

तीसरा, कैथी से ज्यादा दमदार अंत भोला में देखने को मिलता है। अंत में जो सरप्राइज देखने को मिलता है उसे यकीनन आपने अंदाजा भी नहीं लगाया होगा। भोला 1 में डायरेक्टर साहब ने इतने सारे सवाल छोड़ दिए हैं कि आप भोला 2 जरूर देखना चाहेंगे।

भोला vs कैथी

चौथा, भोला के लेखन की भी तारीफ करनी होगी। आमिल, अंकुश सिंह, संदीप कीवलानी से लेकर श्रीधर ने मिलकर इसकी कहानी को लिखा है। लेकिन कुछ सीन्स को बेहतर किया जा सकता था। जैसे करछी वाले सीन्स कैथी के ज्यादा बेहतर थे जहां ज्यादा पंच देखने को मिले थे।

कैथी को भोला के जरिए ग्रैंड बनाया

पांचवा, भोला को 3डी में लाकर अजय देवगन ने सबसे बड़ी चालाकी दिखाई है। उन्होंने कैथी को भोला के रूप में ज्यादा ग्रैंड बनाया है। हर सीन काफी बड़े और खूबसूरत लगते हैं। जंगल, भोले नाथ की मूर्ति, झरने से लेकर तमाम सीन्स भव्य दिखते हैं।

अजय देवगन को भोला 2 में इन बातों का रखना होगा ध्यान

हालांकि भोला की कई खामियां भी है। कैथी से तुलना करें तो यकीनन ये ठीक लगती है लेकिन अजय देवगन ने कुछ चीजों के साथ ठीक नहीं किया। जैसे करछी के सीन्स छोटे करके वहां भी खुद कैमरे पर दिखते हैं। ऐसे ही आखिर के क्लाइमैक्स सीन के साथ भी अजय देवगन न्याय नहीं कर पाए। पुलिसवाले के रोल में संजय मिश्रा का रोल कम कर दिया और खुद ही बड़ी सी बारूद से भरी बंदूक लेकर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में लग गए। बॉलीवुड एक्टर्स के साथ ये बहुत बड़ी दिक्कत है कि वह हर सीन्स में खुद को देखना चाहते हैं। वहीं, इमोशनल सीन्स में वह गच्चा खा गए। बेटी और पिता वाले सीन्स बेहतर हो सकते थे।