असंतुलित मौसम से पूरी दुनिया परेशान है. हालांकि, इसके कारणों में सबसे ज़्यादा ग्लोबलाइज़ेशन को दोष दिया जाता है. इन सबको देखते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) आईआईटी के सेरेमिक इंजीनियरिंग विभाग के रिसर्चर्स ने एक ऐसी ईंट बनाई है, जो गर्मी के दिनों में कमरे को ठंडा और ठंडी के दिनों में गर्म रखेगी.
सेरेमिक इंजीनियरिंग विभाग की डॉ. कल्याणी मोहंतो के निर्देशन में शोध छात्र डॉ. अजय कुमार और वैभव पांडेय ने इस ईंट को तैयार किया है. इसे मिट्टी की ही तरह पका कर तैयार किया जाता है. इसमें सेरेमिक वेस्ट का प्रयोग किया गया है जो ईंट से बने घरों का ताप नियंत्रित करता है. इसकी इंसुलेशन क्षमता ताप को नियंत्रित करेगी.
स्टूडेंट्स का दावा है कि इस ईंट की मदद से किसानों को अपने अनाज और सब्ज़ियों को रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. इन्हीं ईंटों से बने कमरे के तापमान में वह अपना सामान रखकर उसका तापमान संतुलित रख सकते हैं. इससे बाहरी तापमान का प्रभाव उनपर नहीं पड़ेगा.
बिजली का ख़र्च भी आएगा कम
उनका दावा है कि कुछ ही देर एसी चलने पर इस ईंट से बना कमरा क़रीब 10 घंटे तक ठंडा रहेगा. इससे बिजली ख़र्च भी आधा हो जाएगा. चूंकि ये वेस्ट मेटेरियल से तैयार होता है, ऐसे में पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा. इसकी कीमत भी सामान्य ईंट से बनी मिट्टी की ही तरह है. सेरेमिक डिपार्टमेंट ने इसका पेटेंट भी ले लिया है.
स्टूडेंट्स का दावा है कि उनका ये रिसर्च किसानों और बिज़नेसमैन के लिए वरदान साबित होगा. इससे सस्ता कोल्ड स्टोरेज तैयार होगा और बिजली की खपत भी बहुत कम होगी. इसके साथ ही इससे मिट्टी की उत्पादन क्षमता भी नहीं ख़त्म होगी.