जहांगीरपुरी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस की पूछताछ में हिंसा के तीन मास्टरमाइंड के बारे में पता चला है. साजिश के तहत हिंसा भड़काई गई थी, जिसकी प्लानिंग करीब 6 दिन पहले से रची जा चुकी थी. पूछताछ में पता चला है कि हिंसा के मुख्य आरोपी तबरेज अंसारी, मोहम्मद अंसार और इशर्फिल हैं. आरोपी इशर्फिल की तलाश में दिल्ली पुलिस छापेमारी कर रही है. वेस्ट बंगाल से लेकर दिल्ली तक क्राइम ब्रांच तलाश कर रही है.
हिंसा का पहला मास्टरमाइंड
हिंसा का पहला मास्टरमाइंड आरोपी तबरेज अंसारी है. तबरज अपने दो चेहरों के साथ साजिश रच रहा था. पुलिस के सामने अच्छा बनकर अमन चैन की बात करना, वहीं पीछे से लोगों को उकसाने का काम कर रहा था. तबरेज ने लोगों को भड़काने का सिलसिला CAA-NRC के दौरान शुरू किया था. CAA-NRC के खिलाफ जहांगीरपुरी के कुशल चौक पर चलने वाली प्रोटेस्ट साइट को चलाने में इसका अहम रोल था. तब से ही इसका इलाके में मुस्लिमों को भड़काने का सिलसिला लगातार जारी था.
हिंसा का दूसरा मास्टरमाइंड
आरोपी शेख इशर्फिल वो शख्स है, जिसकी छतों से पथराव और कांच की बोतलें फेंकी गई थी. इसकी मकान की छत से FSL को जांच के दौरान पत्थर और कांच की बोतलें भी मिली है. इसका और इसके बेटे अशनूर और मोहम्मद अली का क्रिमिनल बैकग्राउंड भी पुलिस को जांच के दौरान मिला है. पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि इशर्फिल ने भी CAA-NRC के दौरान यहां से लोगों को इकठ्ठा कर बसों में भरकर प्रोटेस्ट में ले जाने का काम किया था. इसके साथ ही इशर्फिल पार्किंग माफिया भी है.
हिंसा का तीसरा मास्टरमाइंड
आरोपी मोहम्मद अंसार भी तबरेज अंसारी के साथ मिलकर हिंसा की साजिश में शामिल था. हिंसा वाले दिन इसने लोगों को भड़काने का काम किया था. दिल्ली पुलिस अब तक इस हिंसा में 3 माइनर समेत 38 लोगों को पकड़ चुकी है. पुलिस की जांच में सामने आया की 10 अप्रैल राम नवमी से ही हिंसा के आरोपियों ने 16 अप्रैल हुनमान जयंती पर हिंसा करने का प्लान तैयार कर लिया था. प्लानिंग के तहत आरोपियों ने घरों की छतों पर पत्थर और कांच की बोतलें रखी थी, ताकि हनुमान जयंती शोभा यात्रा के दौरान पथराव किया जा सके.
साजिश के तहत भड़काई गई हिंसा
16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दौरान जब शोभा यात्रा C ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंची, तो आरोपियों ने साजिश के तहत भीड़ को उकसाते हुए शोभा यात्रा को रोका और रोकने के दौरान पथराव शुरू हो गया और कांच की बोतलें फेंकने लगे. छतों से फेंकी जा रही इन पत्थर और कांच की बोतलों को पहले से प्लनिंग के तहत छतों पर रखा गया, शोभा यात्रा आते ही पथराव शुरू कर दिया गया. पुलिस को गिरफ्तार किए गए आरोपियों की छतों से पत्थर भी बरामद हुए हैं. वहीं कांच की बोतलें पहले से रखी हुई थी.