शाहजहांपुर से पीलीभीत के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की लाइन पर ट्रेन चलने का इंतजार खत्म हो गया है। चार साल बाद शाहजहांपुर से पीलीभीत के लिए ट्रेन चल गई है। स्टेशन अधीक्षक पीएस तोमर ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया।
शाहजहांपुर में चार साल बाद शनिवार को सुबह 7:00 बजे पूर्वोत्तर रेलवे के शाहजहांपुर स्टेशन से पीलीभीत के लिए यात्री ट्रेन रवाना हुई। पहली ट्रेन से यात्रा करने के लिए 86 यात्रियों ने टिकट लिया। इस दौरान यात्रियों के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी।
साल 2018 में पूर्वोत्तर रेलवे के शाहजहांपुर से पीलीभीत स्टेशन के बीच अमान परिवर्तन का काम शुरू हुआ था। तबसे लेकर अब तक इस रूट पर पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से यात्री ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद था। एक मात्र ट्रेन शाहजहांपुर से शक्तिनगर होते हुए टनकपुर के लिए उत्तर रेलवे के स्टेशन से जाती और वापस आती थी। जिसका समय दोपहर में होने की वजह से नियमित यात्रियों को कोई फायदा नहीं था।
उन्हें रोडवेज या फिर डग्गामार वाहनों से ही यात्रा करना पड़ता था। सभी को शाहजहांपुर से पीलीभीत के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की लाइन पर ट्रेन चलने का इंतजार था। जोकि शनिवार को खत्म हो गया। शाहजहांपुर स्टेशन से सुबह 7:00 बजे पहली ट्रेन लोको पायलट अमीरी ठाकुर और सहायक मोहम्मद वसीम लेकर रावण हुए। ट्रेन के गार्ड आशीष सक्सेना थे। स्टेशन अधीक्षक पीएस तोमर ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन से चार साल बाद दोबारा ट्रेन चलने पर देखने वालों की भीड़ उमड़ी।
साल 2018 में पूर्वोत्तर रेलवे के शाहजहांपुर से पीलीभीत स्टेशन के बीच अमान परिवर्तन का काम शुरू हुआ था। तबसे लेकर अब तक इस रूट पर पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से यात्री ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद था। एक मात्र ट्रेन शाहजहांपुर से शक्तिनगर होते हुए टनकपुर के लिए उत्तर रेलवे के स्टेशन से जाती और वापस आती थी। जिसका समय दोपहर में होने की वजह से नियमित यात्रियों को कोई फायदा नहीं था।
उन्हें रोडवेज या फिर डग्गामार वाहनों से ही यात्रा करना पड़ता था। सभी को शाहजहांपुर से पीलीभीत के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की लाइन पर ट्रेन चलने का इंतजार था। जोकि शनिवार को खत्म हो गया। शाहजहांपुर स्टेशन से सुबह 7:00 बजे पहली ट्रेन लोको पायलट अमीरी ठाकुर और सहायक मोहम्मद वसीम लेकर रावण हुए। ट्रेन के गार्ड आशीष सक्सेना थे। स्टेशन अधीक्षक पीएस तोमर ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन से चार साल बाद दोबारा ट्रेन चलने पर देखने वालों की भीड़ उमड़ी।
वहीं ट्रेन में यात्रा करने वालों में खुशी का माहौल रहा। उनका कहना था कि शाहजहांपुर-पीलीभीत रूट पर ट्रेनें चलने से लाखों लोगों को फायदा होगा। नियमित यात्री बिना रोडवेज और डग्गामार वाहनों में असुरक्षित यात्रा करने से बच सकेंगे।