नोएडा: भारत में अवैध रूप से रह रहे चीन के नागरिकों की गिरफ्तारी के मामले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम ने को एक और कामयाबी मिली है और इस मामले में रवि नटवरलाल और जु-फाई (सू-फाई) के साथी जॉनसन को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एसटीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, मामले की जांच में एसटीएफ के अलावा प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की जांच व खुफिया एजेंसियां भी जुटी हुई हैं और एक सूचना के आधार पर आज जॉनसन की गिरफ्तारी की गई. बताया जा रहा है कि जॉनसन सू-फाई और रवि नटवरलाल का बिजनेस पार्टनर था.
अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी उससे गहनता से पूछताछ कर रहे हैं और जांच के दौरान पता चला है कि अवैध रूप से प्रोसेसिंग चिप आदि चीन भेजने के मामले में जॉनसन की बड़ी भूमिका है. उन्होंने बताया कि इन्हीं चिप के माध्यम से लाखों भारतीयों का डेटा चीन भेजने की आशंका है.
अधिकारी ने बताया कि जॉनसन ने ही ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव में संचालित चाइनीज क्लब का अनुबंध एक नेता के बेटे से किया था. चीनी नागरिक जॉनसन के नाम पर ही गेस्ट हाउस का एग्रीमेंट हुआ था. जॉनसन का असली नाम हिझुआंग या झुआंग है. मामला प्रकाश में आने के बाद जल्दबाजी में फरार हुआ जॉनसन वीजा लेना भूल गया था. ऐसे में वह देश छोड़कर भागने में सफल नहीं हो पा रहा था और एसटीएफ के हाथों धर दबोचा गया.
एसटीएफ नोएडा यूनिट के एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तारी के बाद तीन दिन की हिरासत पर लिए गए चीन के दो नागरिकों से पूछताछ के बाद यह कार्रवाई हुई है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को दोनों चीनी जासूसों की हिरासत अवधि पूरी होने पर उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा दिया गया.
उन्होंने बताया कि इनसे हुई पूछताछ के आधार पर सेक्टर 63 से तीन चीनी नागरिकों को भी कल गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि तीनों नोएडा के सेक्टर-63 स्थित रवि नटवरलाल और जू फाई की फैक्टरी में काम करते थे. उन्होंने बताया कि इनका भारत में रहने का वीजा वर्ष 2020 में ही खत्म हो गया था और इसी फैक्टरी से एसटीएफ ने हाल ही में मोबाइल फोन में लगने वाली ढाई किलो प्रोसेसिंग चिप बरामद की थीं. उन्होंने बताया कि कल गिरफ्तार चीनी नागरिकों के नाम रायन उर्फ रेन चाओ निवासी हेइलोंगजियांग, जेंग हाओझे निवासी गुआंडोंज प्रांत और जेंगे डे निवासी गुआंडोंज प्रांत है.