Bihar Board Result: पिता चलाते हैं ई-रिक्शा, संगम ने Arts टॉपर बनकर पिता का नाम रौशन कर दिया

बिहार बोर्ड (Bihar Board) ने 12वीं की परीक्षा का रिज़ल्ट (12th Exam Result) घोषित हो चुके हैं. बिहार स्कूल एग्ज़ामिनेशन बोर्ड (Bihar School Examination Board, BSEB) ने इंटरमीडिएट परिक्षा के परिणाम बीते बुधवार को आए. इस साल परीक्षा में 80.15% छात्र पास हुए. साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम में लड़कों ने पहला पायदान हासिल किया लेकिन ओवरऑल रिज़ल्ट में लड़कियों ने बाज़ी मारी. परीक्षा में 82.39 प्रतिशत छात्राएं पास हुईं जबकि छात्रों का पासिंग पर्सेंटेज 78.04 प्रतिशत रहा.

गोपालगंज का संगम बना आर्ट्स टॉपर

सफ़लता की कोई कुंजी नहीं है. मेहनत, दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी इंसान कहीं से भी कहीं तक पहुंच सकता है. बिहार बोर्ड परीक्षा परिणाम आने के बाद एक बार फिर ये साबित हो गया कि मुश्किलें कितनी भी क्यों न हों, मेहनत से इंसान आसमान की ऊंचाइयों को छू सकता है. गोपालगंज के वीएम इंटर कॉलेज के संगम राज ने आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया है. संगम ने 500 में 482 अंक यानि 96.4% हासिल किए. के लेख के अनुसार, संगम सदर प्रखंड के कटघरवा गांव के रहने वाले हैं.

ई-रिक्शा चलाते हैं पिता, बेटा बना आर्ट्स टॉपर

बेहद साधारण परिवार से आते हैं संगम. उसके पिता, जनार्दन साह ई-रिक्शा चलाते हैं और मां, सीमा देवी आंगनबाड़ी में काम करती हैं. मेहनत करके माता-पिता अपने तीन बेटों को पढ़ा-लिखा रहे हैं, संगम दूसरे नंबर पर है. संगम ने भी अपने माता-पिता की मेहनत को सफल कर दिखलाया. ग़रीबी में पले-बढ़े संगम ने इसे अपनी कमज़ोरी नहीं बनने दिया और ताकत बना लिया.

पिता ने फ़ोन पर दी टॉपर बनने की खबर

बुधवार को जब परीक्षा परिणाम आए तब संगम कोचिंग क्लास करने गया थाकी रिपोर्ट के अनुसार, संगम को उसके पिता ने फ़ोन करके टॉपर बनने की ख़बर दी. संगम के शब्दों में, ‘मेरे पिता की ख़ुशी देख कर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है. मेरे पिता ई-रिक्शा चलाते हैं. उन्होंने काफ़ी मेहनत से हमें पढ़ाया-लिखाया है, और इस काबिल बनाया कि मैं उनका कर्ज़ उतार सकूं.’

पिता ने बच्चों की पढ़ाई के लिए जी जान लगा दिया

बेटे की सफ़लता पर माता-पिता फुले नहीं समा रहे हैं. संगम के पिता ने बताया कि हम गरीब हैं, ई-रिक्शा चलाकर कुछ कमा लेते हैं. इसके बावजूद उन्होंने बच्चों की पढ़ाई में कोई कसर बाकी नहीं रखी. संगम के पिता ने कहा, ‘मेरे तीनों लड़के मेहनत की कमाई का सदुपयोग कर पढ़ाई करते हैं.’

संगम ग्रैजुएशन कर, यूपीएससी परीक्षा देना चाहता है. इंटर की परीक्षा देने के बाद भी संगम अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. संगम के जैसे ही कहानी है कॉमर्स स्ट्रीम के टॉपर की. कॉमर्स के टॉपर, अंकित कुमार गुप्ता के पिता सब्ज़ी बेचते हैं और अंकित भी कभी-कभी उनका हाथ बंटाते हैं.