ज़िला समस्तीपुर, बिहार (Samastipur, Bihar) से एक दिल चीर देने वाली घटना सामने आई है. ये खबर पढ़कर ऐसा ही लगेगा जैसे संवदेनाओं ने समाज को अलविदा कह दिया हो और भावशून्यता ने ही घर कर लिया हो. यहां के एक वरिष्ठ दंपत्ति के बेटे की मौत हो गई. अस्पताल वालों ने दंपत्ति से बेटे के शव के बदले 50,000 रुपये मांगे. दंपत्ति को घर-घर जाकर, झोली फैलाकर भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ा.
‘50,000 दो, बेटे की लाश ले जाओ’
समस्तीपुर के सदर अस्पताल में एक वरिष्ठ दंपत्ति के बेटे की मौत हो गई. जवान बेटे के शव के लिए बूढ़े माता-पिता से अस्पताल के कर्मचारियों ने 50,000 रुपये मांगे. ये वरिष्ठ दंपत्ति घूम-घूम कर पैसे रोते-बिलखते नज़र आ रहे हैं और पैसे मांग रहे हैं. ये घटना ताजपुर थाना क्षेत्र के आहार गांव की है,
बेटा लापता हो गया था, बेटे का शव मिला
न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार, महेश ठाकुर का बेटा 25 मई को लापता हो गया था. बेटे की तलाश की गई, सोशल मीडिया से भी ढूंढने की कोशिशें की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला. 7 जून को परिजनों को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के पुलिस ने बताया कि एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया गया है परिजनों को बताया गया कि पोस्ट मोर्टम के लिए शव को सदर अस्पताल भेजा गया है.
पहले तो शव दिखाने में अस्पतालकर्मियों ने आना-कानी की, बहुत कहने के बाद घरवालों को शव दिखाया गया. महेश ठाकुर ने शव की पहचान की और कहा कि वो उसका बेटा है. बेटे की लाश के लिए अस्पताल वालों ने 50,000 रुपये मांगे.
एडीएम ने कहा कि दंपत्ति का आरोप गलत है
ANI की खबर के अनुसार, समस्तीपुर के सिविल सर्जन, डॉ एस के चौधरी ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से घटना का पता चला. उन्होंने जांच करवाने और सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. वहीं एडीएम, विनय कुमार राय का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि दंपत्ति का आरोप गलत है. . एडीएम ने भी सख्त कार्रवाई करने की बात कही.