घुमारवीं, 15 सितंबर : सर्वांगीण विकास का दावा करने वाली वर्तमान हिमाचल की भाजपा सरकार कितनी संवेदनशील है, इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के पंचायतों में पंचायत सचिवों के लगभग 790 पद खाली हैं, जिससे पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है।
यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने कही। उन्होंने कहा कि हैरानी तो इस बात की है कि विकास की नींव रखने वाली पंचायत के प्रति सरकार संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त पद लंबे समय से खाली है, लेकिन इनकी भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि कई जिलों में 3 पंचायतों के लिए एक पंचायत सचिव नियुक्त किया है, जिस कारण लोगों को समस्या उत्पन्न हो रही है।