बर्कशायर हैथवे के प्रमुख वॉरेन बफे ने भी पिछले महीने गेट्स के फाउंडेशन को 3.1 अरब डॉलर देने की घोषणा की थी. गेट्स ने दुनिया में अन्य धनवान लोगों से भी दान देने की अपील की है. गेट्स फाउंडेशन ने वर्ष 2026 तक अपने सालाना बजट में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी की योजना बनाई है. फाउंडेशन को उम्मीद है कि बढ़े हुए खर्च का इस्तेमाल शिक्षा सुविधाएं देने और गरीबी हटाने में किया जाएगा. साथ ही स्त्री-पुरुष समानता लाकर वैश्विक प्रगति के लिए किया जाएगा.
टाटा सबसे आगे
हुरुन रिपोर्ट और एडेलगिव फाउंडेशन द्वारा तैयार विश्व के 50 दानवीरों की सूची में जमशेदजी को पिछले 100 सालों में दुनिया का सबसे बड़ा दानवीर चुना गया है. उनके द्वारा स्थापित टाटा समूह ने सबसे ज्यादा 102 अरब डॉलर (करीब 75 खरब 70 अरब 53 करोड़ 18 लाख रुपये) का दान दिया है.
अजीज प्रेम जी किसी से कम नहीं
वहीं अजीम प्रेमजी भी किसी से कम नहीं हैं. आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने वित्त वर्ष 2020-21 में 9,713 करोड़ रुपये दान दिया. उनके बारे में कहावत है कि वे हर रोज 27 करोड़ रुपये दान देते हैं. एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2021 के अनुसार कोरोना काल में प्रेमजी ने ज्यादा दान दिया.
दुनिया के बड़े दानवीर
इनके बाद वारेन बफे 37.4 अरब डॉलर, जॉर्ज सॉरस 34.6 अरब डॉलर और जॉन डी रॉकफेलर 26.8 अरब डॉलर के साथ इस लिस्ट में शामिल हैं. शेयर बाजार के दिग्गज और निवेशक वॉरेन बफे दुनिया में सबसे बड़े दानवीरों में से एक हैं. 90 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक बफे ने अमेरिकी जनगणना (2014 से 2018 तक) के अनुसार, 1052 अरब रुपए लोगों की भलाई के लिए दान दिए. वो स्वास्थ्य सुधारने और गरीबी हटाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
सबसे ज्यादा दान करने वाले लोगों में जॉर्ज सोरोस का नाम भी शामिल है. लोगों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए और मानवाधिकार की रक्षा के लिए उन्होंने अमेरिकी जनगणना (2014 से 2018 तक) के अनुसार सिर्फ पांच सालों में 221 अरब रुपए से ज्यादा का दान कर दिया था.
माइकल ब्लूमबर्ग
माइकल ब्लूमबर्ग ने अमेरिकी जनगणना (2014 से 2018 तक) के अनुसार पांच सालों में 214.56 अरब रुपए से ज्यादा का दान दिया था. अपने इस दान की बदौलत उन्होंने क्लाइमेट चेंज और स्वास्थ्य को सुधारने का जिम्मा उठाया था.