बायोलॉजी टीचर ने ISIS के 100 से ज्यादा महिला आतंकियों को दी थी हथियार चलाने की ट्रेनिंग

वॉशिंगटन. अमेरिका के मध्यपश्चिमी राज्य कैंसास में एक महिला को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक और अल-शाम को मदद पहुंचाने के लिए दोषी ठहराया गया है. ट्रायल के दौरान महिला ने स्वीकार किया उसने एक अमेरिकी कॉलेज पर हमले की साजिश पर काम किया था. इसके लिए उसने सीरिया में एक महिला दल के 100 से अधिक लड़ाकों को ट्रेनिंग भी दी.

CBS न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 42 साल की एलिसन फ्लूक-एकरेन को 100 से ज्यादा महिला आतंकियों को ट्रेनिंग देने का दोषी ठहराया गया है. पुलिस की चार्जशीट में उसे एक मां, शिक्षका और आईएसआईएस बटालियन का नेता बताया गया है. रिकॉर्ड के मुताबिक, वह आखिरी बार अमेरिका में 8 जनवरी 2011 को देखी गई थी. इससे पहले उसने इजिप्ट और लीबिया की यात्रा की थी. फिर 2014 में सीरिया का रुख किया था.

सीरिया में छह सरकारी गवाहों में एक गवाह के अनुसार, एकरेन ने अमेरिकी कॉलेज पर हमले की योजना पेश की थी. इसमें कॉलेज कैंपस में विस्फोटक से धमाका करना था. हालांकि, शुरुआती चार्जशीट में कहा गया है।एकरेन ने कहा कि ये योजना आईएसआईएस के तत्कालीन नेता अबू बक्र अल-बगदादी को पेश की गई थी, लेकिन आखिरकार इसे रोक दिया गया था.

आतंकवादी संगठन के समर्थन में एकरेन ने कहा कि उसने महिलाओं और कुछ युवतियों को AK-47 असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड और आत्मघाती बेल्ट के इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षित किया था. उसने कुछ समय के लिए खतीबा नुसायबाह की भी कमान संभाली, जो इस्लामिक स्टेट के मिशन को बनाए रखने के लिए महिला लड़ाकों का समूह है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लूक-एकरेन ने कैंसास यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान की पढ़ाई की और इंडियाना के एक कॉलेज में भी दाखिला लिया. सोमवार को अदालत में उसने कहा कि उसके समूह ने जानबूझकर युवा लड़कियों को हथियारों का प्रशिक्षण नहीं दिया था, लेकिन वे भीड़ का हिस्सा हो सकते हैं. समूह को इसका फायदा मिल सकता था. इससे पहले असिस्टेंट यूएस अटॉर्नी राज पारेख ने अदालत में कहा कि कुछ युवा लड़कियों ने जूरी के सामने गवाही दी थी कि उन्होंने फ्लूक-एकरेन से हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी.

सीरिया में एक अन्य सरकारी गवाह ने बताया कि एकरेन ने कॉलेज परिसर के अलावा एक और जगह हमले का प्लान बनाया था. एक शॉपिंग मॉल के पार्किंग एरिया में विस्फोटक से भरा कार पार्क करना और फिर सेलफोन ट्रिगर के साथ उसमें धमाका करने की साजिश रची गई थी.