भाजपा प्रत्याशी भार्गव ने कांग्रेस प्रत्याशी शुक्ला के पिता से लिया जीत का आशीर्वाद, कहा- मुकाबला पोते और बेटे में है

 भाजपा प्रत्याशी भार्गव ने कांग्रेस प्रत्याशी शुक्ला के पिता से लिया जीत का आशीर्वाद, कहा- मुकाबला पोते और बेटे में है

इंदौर भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव ने कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के पिता से जीत का आशीर्वाद लिया।

इंदौर महापौर के लिए भाजपा प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव चुनावी रंग में रंगे नजर आने लगे हैं। नाम की घोषणा के बाद से ही उन्होंने जनसंपर्क बढ़ा दिया है। बुधवार को वे ई-रिक्शा में सवार नजर आए तो वहीं भाजपा के कई नेताओं से भी मुलाकात की। भार्गव 18 जून को नामांकन दाखिल करेंगे। 
 
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से आशीष लेने पहुंचे भार्गव

पुष्यमित्र भार्गव ने गुरुवार को उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के पिता और  वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला का आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे। शुक्ला ने भी गर्मजोशी से भार्गव का स्वागत किया। कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के बेटे सागर ने भी स्वागत किया। पुष्यमित्र ने बड़े भैया यानी विष्णुप्रसाद शुक्ला से जीत का आशीर्वाद लिया। 
भार्गव ने बड़े भैया से कहा कि मैं आपके पोते जैसा ही हूं। इस बार के चुनाव में पोते व बेटे में मुकाबला है। पुष्यमित्र भार्गव ने उनसे कहा कि आपका आशीर्वाद बनाए रखना जैसा कि आप पहले भी रखते आए हैं। जब उन्होंने कहा कि बाबूजी, मुझे जीत का आशीर्वाद दीजिए, इस पर विष्णुप्रसाद शुक्ला बोले कि विचारों की जीत होगी।
 
पुष्यमित्र भार्गव ने वरिष्ठ भाजपा नेता मधु वर्मा से भी मुलाकात की।

बुधवार दोपहर में अधिकृत तौर पर भाजपा का महापौर प्रत्याशी घोषित होते ही पुष्यमित्र भार्गव राजनीतिक रंग में नजर आए। अतिरिक्त महाअधिवक्ता पद से इस्तीफा देते ही कोर्ट में वकीलों ने बधाई दी। यहां से वे मंझे हुए राजनेता की तरह ई-रिक्शा से रवाना हुए। रणजीत हनुमान मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद महूनाका चौराहे पर स्थापित लक्ष्मण सिंह गौड़ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। 
बुधवार को भार्गव ने ई-रिक्शा की सवारी की।
शाम को भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां कोर कमेटी की बैठक से पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की। उनके घर में भी जश्न का माहौल रहा। बधाइयों का दौर चलता रहा। विधायक रमेश मेंदोला, गौरव रणदिवे सहित कई नेताओं से घर जाकर भी मुलाकात की। एबीवीपी के समय से जुड़े कई कार्यकर्ता भी उनसे मिले।