नगर निगम शिमला के चुनाव का ऐलान होने के साथ ही कांग्रेस और भाजपा ने नगर निगम में काबिज होने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा ने चुनाव प्रभारी वार्ड प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी चुनाव समितियों का गठन कर दिया है। दोनों ही नगर निगम पर अपने-अपने दावे पेश कर रहे हैं। साथ ही इसके लिए जुबानी जंग भी तेज हो गई हैं।
कांग्रेस नेता व शिमला ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि कांग्रेस नगर निगम के चुनावों को लेकर पूरी तरह तैयार है। कमेटियों का गठन कर लिया गया है। तजिंदर पाल बिट्टू को ऑब्जर्वर और कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस ने आठ तारीख तक आवेदन मांगे हैं। उसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नाम तय कर हाई कमान को भेजे जाएंगे।
छाजटा ने फर्जी वोट बनाने के भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह के हथकंडे भाजपा अपनाती है। पूर्व भाजपा सरकार में नगर निगम वार्डों की संख्या इसी मकसद से बढ़ाई थी, फर्जी तरीके से चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं। शहर की जनता सब जानती हैं।
उधर, भाजपा मीडिया सह प्रभारी करण नंदा ने कहा कि 34 वार्डो में प्रवासी प्रभारी व सह प्रभारी नियुक्त किए गए हैं, बैठकों का दौर जारी है। कांग्रेस 2017 की वोटर लिस्ट पर चुनाव करा रही है। कांग्रेस पार्टी चुनावों से डरी है यह रोस्टर की घोषणा से यह साफ हो गई है। 9 अप्रैल को प्रांत के सह प्रभारी बैठक करेंगे। वार्डो को 41 से घटाकर 34 करने का फैसला भी हाई कोर्ट में सुरक्षित है। जैसे ही यह आता है बीजेपी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट फाइनल करेगी।
उधर, एक समय शिमला नगर निगम पर काबिज होने वाली माकपा ने अभी तक नगर निगम चुनावों को लेकर कोई बड़ा ऐलान नहीं किया है। माकपा नेता राकेश सिंघा व टिकेंद्र पवंर का अभी तक चुनावों को लेकर बड़ा ब्यान नहीं आया है। शिमला नगर निगम में माकपा के अस्तित्व को नकारा नहीं जा सकता। देखना है कि अभी माकपा चुनावों को लेकर अभी क्या रणनीति बनाती है।