भोपाल. मध्य प्रदेश के नगर निकाय चुनाव की पहले चरण की मतगणना रविवार को पूरी हो गई. इन परिणामों के साथ भोपाल में एक अनोखी जीत सामने आई है. जीत के बाद प्रत्याशी का पति बाबू मस्तान दूल्हे के लिबास में अपनी पत्नी के साथ सर्टिफिकेट लेने मतगणना केंद्र पहुंचा. भाजपा ने टिकट वितरण के दौरान बाबू मस्तान को हिस्ट्रीशीटर बताकर उसकी पत्नी को टिकट देने से मना कर दिया था.
इसके बाद भी बाबू मस्तान की पत्नी मसर्रत ने निर्दलीय पर्चा भरा और 3060 मतों से जीत हासिल की. इसके बाद अपनी पत्नी मर्सरत को दुल्हन के लिबास में तैयार किया और खुद भी दूल्हा बनकर बाबू मस्तान मतगणना केंद्र पर सर्टिफिकेट लेने पहुंचा. बाबू मस्तान हिस्ट्रीशीटर रहा है. ऐशबाग सहित शहर के अन्य थानों में बाबू के खिलाफ 8 अपराध दर्ज हैं. इतना ही नहीं बाबू मस्तान को 2 बार जिला बदर भी किया जा चुका है.
बाबू मस्तान की पत्नी मसर्रत ने निर्दलीय पर्चा भरा और 3060 मतों से जीत हासिल की.
कांग्रेस के बाद भाजपा में हुआ शामिल
बाबू मस्तान ने रेलवे में चोरी की थी. इसके बाद उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हो चुके हैं. अपराध के कुछ ही सालों में बाबू मस्तान ने राजनीति में एंट्री ले ली थी. पहले कुछ समय कांग्रेस के साथ जुड़े रहने के बाद मस्तान ने भाजपा का दामन थाम लिया था.
इसके बाद से भाजपा से जुड़ा रहा. हालांकि भाजपा ने हिस्ट्रीशीटर बताकर बाबू मस्तान की पत्नी मर्सरत का टिकट काट दिया था. इसके बाद मर्सरत ने निर्दलीय पर्चा भरा था. अब मर्सरत ने निर्दलीय 3060 वोटों से जीत दर्ज की है.भाजपा ने वॉर्ड 40 से आसिफ अकील को दिया था टिकट
बता दें कि नरेला विधानसभा क्षेत्र के वॉर्ड 40 से बाबू मस्तान की पत्नी मसर्रत का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार काट दिया था.
भाजपा ने यहां से आसिफ अकील को उतारा था. बता दें कि एशबाग और अशोकागार्डन थाना क्षेत्र में बाबू मस्तान का नाम सट्टा किंग से चलता है. इससे पहले साल 2019 में बाबू को जिलाबदर भी किया जा चुका है. साथ ही बाबू मस्तान के अवैध निर्माण को भी ढहा दिया गया था.