बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद पार्टी सरकार के खिलाफ जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। मजूमदार ने सीएम ममता बनर्जी का दावा भी खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की वजह से मंगलवार को हिंसा हुई थी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ नबन्ना अभियान के बाद बीजेपी जोश में है। बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद पार्टी सरकार के खिलाफ जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। मजूमदार ने सीएम ममता बनर्जी का दावा भी खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की वजह से मंगलवार को हिंसा हुई थी। बंगाल बीजेपी चीफ ने कहा, ‘टीएमसी के लोगों ने हमारे कैंपेन में घुसपैठ की और हिंसा फैलाई। पुलिस ने भी इसे भड़काया और लोगों को रेलवे स्टेशन पर रोका। हम दुर्गा पूजा के बाद जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे।’
इससे पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य में हिंसा भड़काई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी मंगलवार के अपने ‘नबन्ना अभियान’ के लिए राज्य के बाहर से ट्रेनों से बमों से लैस गुंडों को लेकर आई थी।
ममता ने बीजेपी पर लगाया था आरोप
पूर्व मेदिनीपुर जिले के निमटौरी में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान ममता ने कहा था, ‘उस रैली में भाग लेने वालों ने कई पुलिसकर्मियों पर बेरहमी से हमला किया… पुलिस गोलियां चला सकती थी, लेकिन हमारे प्रशासन ने अधिकतम संयम दिखाया।’
ममता ने कहा था,‘हम लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन, बीजेपी और उसके समर्थकों ने हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी का सहारा लिया। उन्होंने संपत्तियों को आग लगा दी और लोगों में भय उत्पन्न किया।’ बंगाल सीएम ने कहा, ‘हम इसकी अनुमति नहीं देंगे। गिरफ्तारियां की जा रही हैं और कानून अपना काम करेगा।’
बीजेपी वर्कर और पुलिस के बीच हुई झड़प
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा से कुछ हफ्ते पहले इस विरोध मार्च से यात्रियों और व्यापारियों को परेशानी हुई। पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक विरोध मार्च के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हुई थी। कोलकाता और हावड़ा जिले के कई हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए थे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ ही पानी की बौछार करनी पड़ी थी।