जब से सोलन शहर के साथ लगती आठ पंचायतों को सोलन नगर निगम में शामिल करने की नोटिफिकेशन हुई है तब से सोलन भाजपा में काफी उथल पुथल चली हुई है | गाँव नगर निगम में शामिल नहीं होने चाहिए इसको लेकर किसान संघर्ष समिति बनाई गई थी जिसमे भाजपा नेता कांति स्वरूप प्रधान थे उनके साथ भाजपा अन्य पांच प्रधान भी शामिल थे | संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई जिसके चलते भाजपा द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई न हो इस से बचने के लिए प्रधान कांति स्वरूप ने चार प्रधानों के साथ समिति से इस्तीफा दिया और संघर्ष समिति को ही भंग करने का एलान कर दिया |
जिसको लेकर गांववासियों में ख़ासा रोष देखा जा रहा है | इस लिए उन्होंने संघर्ष समिति की नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया जिसका अध्यक्ष अब किरण किशोर को बनाया गया है | वहीँ संरक्षक भाजपा वरिष्ठ नेता और भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य नेत्र सिंह को संरक्षक बनाया गया है | और यह एलान कर दिया है कि उनका संघर्ष जारी पहले की तरह जारी रहेगा और वह अपने गाँव की एक इंच ज़मीन भी नहीं देंगें |
भाजपा वरिष्ठ नेता नेत्र सिंह ने नगर निगम के मुद्दे को लेकर भाजपा की कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठा दिए उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष समिति से जुड़े भाजपा नेताओं ने मौके पर किसानों का साथ छोड़ दिया है जिसका असर उन्हें आने वाले चुनावों में देखने को मिलेगा गांववासी इस का जवाब देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है | उन्होंने कहा कि जिन इस संघर्ष को छोड़ने के लिए भाजपा ने कुछ नेताओं को पदों से नवाजना भी आरम्भ कर दिया है लेकिन उन्हें किसी पद की आवश्यकता नहीं है वह किसानों का साथ किसी भी हालत में नहीं छोड़ेंगे और न ही नगर निगम के लिए गाँवों की ज़मीन छोड़ेंगे |