सोलन के शूलिनी मन्दिर मैं महिला ऑफिसर के प्रवेश को ले कर हुए घटना क्रम पर खेद जताते हुए महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्षा राशिमधर सूद ने जारी बयान में कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह का गतिरोध चिंता का विषय है रूढ़िवादी अवधरणा के रहते कई मंदिरों मैं महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध निशचित रूप में महिलाओं की धार्मिक आस्था और भावनाओं को ठेस पहुँचता हैं राशिमधर सूद ने आगे कहा कि बेटियों को देवी का स्वरूप दिया जाता है तो मंदिरो में उनका प्रवेश निषेद कहा तक सही हैं इस पर सोच बदलने की आवश्यकता है इस तरह के घटना क्रम इससे पहले भी कई जगह हुए हैं मामले न्यायालय तक गए है इस समस्या का समाधान आपसी तालमेल के साथ अवधारणा को बदलने की दिशा मे सोच को बदलने के माध्यम से होना आवश्यक है जिस तरह पुरानी पीढ़ी नई पीढ़ी परिवार और समाज मैं सामंजस्य बिठाने के लिए अपने आप को बदलते है उसी तरह रुढ़िवादी मानसिकता से बाहर आना होगा |
2020-10-26