देहरा. हिमाचल भाजपा से बगावत कर निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ रहे तीन नेताओं को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया, इनमें देहरा हलके से विधायक होशियार सिंह, कुल्लू से पार्टी के उपाध्यक्ष राम सिंह और ज्वालामुखी से अतुल कौशल शामिल हैं. तीनों नेताओं की पार्टी की सदस्यता भी रद्द कर दी गई है. गौर हो कि देहरा से होशियार सिंह ने 2017 में निर्दलीय विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे.
भाजपा ने होशियार सिंह को दरकिनार कर देहरा से रमेश धवाला को टिकट दिया है. इससे नाराज होकर होशियार सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. छह महीने पहले ही भाजपा ज्वॉइन करने वाले निर्दलीय विधायक होशियार सिंह छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. वहीं, कुल्लू से राम सिंह भाजपा से टिकट चाह रहे थे, लेकिन पार्टी ने पहले महेश्वर सिंह और बाद में नरोत्तम ठाकुर को टिकट दे दिया. इससे खफा होकर राम सिंह भी बतौर निर्दलीय मैदान में उतरे हैं. भाजपा के संगठनात्मक जिला देहरा के ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष रहे अतुल ने भी टिकट न मिलने पर निर्दलीय हुंकार भरी है
पांच बागियों को किया था निष्कासित
इससे पहले, भाजपा ने सोमवार को पांच बागियों को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया था. इनमें भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार, पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, किशोरी लाल, मनोहर धीमान और केएल ठाकुर शामिल हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा हाईकमान ने पहले इन बागी पूर्व विधायकों और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार को मनाने का प्रयास किया था. जब बागी नेता पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने को चुनावी दंगल में डटे रहे, तब से इन पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी. अब आगे भाजपा के कितने और बागियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है, यह आने वाले समय पर पता चलेगा.
उल्लेखनीय है कि परमार कांगड़ा के फतेहपुर, मनोहर धीमान इंदौरा, केएल ठाकुर सोलन के नालागढ़, तेजवंत नेगी किन्नौर और किशोरी लाल कुल्लू के आनी से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे हैं. भाजपा संगठनात्मक जिला देहरा के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि उन्हें आदेश आया है कि देहरा से होशियार सिंह व ज्वालामुखी से अतुल चौधरी को भाजपा से बगावत कर चुनाव लड़ने पर छह साल के लिए निष्काशित कर दिया है.