बेशक, भाजपा ने कांग्रेस की तरह टिकट आवंटन की प्रक्रिया को शुरू नहीं किया हो, मगर यह बात साफ कर दी है कि राज्य में भाजपा परिवारवाद से कोई समझौता नहीं करेगी।
हिमाचल प्रदेश में भाजपा परिवारवाद पर सख्त रहेगी, जबकि यह उम्र बढ़ने के मामले में रियायत दे सकती है। यह फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है। इस संबंध में बीते दिन हिमाचल भाजपा की चुनाव प्रबंधन कमेटी की बैठक में भी चर्चा हुई है। ऐसे में परिवारवाद के खिलाफ कैंची चलने से प्रदेश के कई नेताओं के टिकट कट सकते हैं। इसी के साथ भाजपा ने राज्य में कांग्रेस के खिलाफ भी परिवारवाद को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर ली है।